logo

ग्रामीणों के मतदान बहिष्कार का दिखा असर ,3 बजे तक डले केवल 3 वोट

ग्रामीणों के मतदान बहिष्कार का दिखा असर
, 3 बजे तक डले केवल 3 वोट


प्रशासन जुटा ग्रामीणों को मानने में, पर नही माने ग्रामीण।



मक्सी समीर शैख



ग्रामीणों के लंबे अरसे से चल रही मांग को नजर अंदाज करना प्रशासन को महंगा पड़ रहा हे करीब 3 माह में ग्रामीण कई बार प्रशासन से इसको लेकर आंदोलनरत थे पर राजनैतिक दबाव में प्रशासन ने किसी तरह को कोई कार्यवाही नहीं की जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा था जिसके परिणाम स्वरूप ग्रामीणों ने एकजुट होकर मतदान का बहिष्कार किया, देवास जिले के ग्राम डिंगरोदा वासीयो का आंदोलन मतदान के दिन भी यथावत जारी हे,जो प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गया करीब 3 बजे बजे तक केवल 3 वोट डाले गए वोट केवल ग्राम के आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने डाले ग्रामीणों की ओर मतदान शून्य रहा,वही मामले की खबर लगते ही जिले के आला अधिकारी मौके पहुंचे अधिकारियों की मिन्नतो के बाद भी ग्रामीण मतदान के लिए राजी नही हुए,ग्रामीणों की माने तो तत्कालीन सरपंच ओर अधिकारियों की जुगलबंदी से शासकीय भूमि जिस पर पंचायत भवन निर्मित था उसको ध्वस्त कर निजी निर्माण किया गया बाद में शराब ठेका और कीटनाशक की दुकान संचालित की जा रही हे,वही ग्रामीण इस बात पर अड़े हुए हे की शराब दुकान के लिए ध्वस्त किए गए भवन को तोड़कर पुनः पंचायत भवन बनाया जाए और भ्रष्टचार करने वाले अधिकारी कर्मचारी पर कार्यवाही कि जाए और अन्य मांग ग्राम का परिसीमन किया जाए जिससे ग्राम में विकास सुचारू रूप से हो सके है


ग्रामीणों का राशन पानी बंद करने के की धमकी से उपजा ग्रामीणों में आक्रोश

वही ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों से किए जा रहे आंदोलन के दौरान जिले से आए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मतदान के बहिष्कार को लेकर ग्रामीण पर धमकाने का आरोप हे और शासन के द्वारा शासन द्वारा दी जा रही योजना और राशन को बंद करने की धमकी से जिससे ग्रामीणों में आक्रोश उत्पन्न हुआ जिससे यह स्थिति निर्मित हुई जो मतदान के करीब 3 बजे तक ग्रामीणों ने को मतदान नही किया

19
3667 views