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*सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से ताजिया जुलूस और कांवड़ यात्रा की निगरानी, आयोजकों को नियुक्त करने होंगे वालंटियर्स, संवेदनशील इलाकों में विशेष नजर*
*सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से ताजिया जुलूस और कांवड़ यात्रा की निगरानी, आयोजकों को नियुक्त करने होंगे वालंटियर्स, संवेदनशील इलाकों में विशेष नजर*
*जनता की आवाज ✍️*
*वाराणसी।* इस बार सावन के दौरान मोहर्रम पड़ने से पुलिस के लिए चुनौती बढ़ गई है। ऐसे में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शनिवार को पुलिस लाइन में पीस कमेटी की मीटिंग की। इस दौरान शांतिपूर्ण ढंग से त्योहारों को मनाने की अपील की। साथ ही शासन-प्रशासन की गाइडलाइन से भी अवगत कराया। ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से ताजिया जुलूसों की निगरानी की जाएगी। वहीं सावन में कांवड़ यात्रा पर भी नजर रखी जाएगी। खासतौर से संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी की जाएगी। पुलिस कममिश्नर ने अशांति फैलाने वाले अवांछनीय तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
*जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की मौजूदगी में आयोजित मीटिंग में ताजिया जुलूस आयोजकों, कांवर सेवा शिविर संचालकों, धर्मगुरुओं और समाज के सम्भ्रांत व्यक्तियों ने भाग लिया। बैठक में सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने, शांति व्यवस्था बनाए रखने और सुरक्षा प्रबंधों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए।*
*त्योहारों में नहीं होगी किसी नई परंपरा की शुरुआत* बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि किसी भी धार्मिक जुलूस में नई परंपरा की शुरुआत नहीं की जाएगी। सभी जुलूस पूर्व निर्धारित मार्ग और पारंपरिक स्वरूप में ही निकलेंगे। ताजिया या अन्य धार्मिक जुलूसों में भड़काऊ नारों, हथियारों और उत्तेजक गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उल्लंघन की स्थिति में कठोर कार्रवाई की जाएगी।
*सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक चौबंद* हर जुलूस के साथ पुलिस बल तैनात रहेगा और आयोजकों को 20-20 वालंटियर्स नियुक्त करने होंगे, जिनका पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा। यही वालंटियर्स भीड़ नियंत्रण और अनुशासन बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे। जुलूस की वीडियोग्राफी, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। आयोजकों को शिविरों में सीसीटीवी, फर्स्ट एड और पेयजल जैसी सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने को कहा गया है।
*श्रावण मास में शिवालयों के लिए विशेष व्यवस्था* श्रावण मास के दौरान शिवालयों में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। कांवर यात्राओं के दौरान डीजे और ढोल-ताशा की ध्वनि स्तर तय मानकों के अनुसार ही होगी। किसी भी अश्लील, भड़काऊ या फिल्मी गानों पर रोक रहेगी। जुलूस में सम्मिलित रथ और डीजे वाहनों की ऊंचाई भी निर्धारित सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
*सोशल मीडिया पर सतत निगरानी* सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर सख्त निगरानी रखने और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही गई। किसी भी संवेदनशील स्थान पर क्रिटिकल रिस्पॉन्स टीम (CRT) तैनात रहेगी और असामाजिक तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर बनी रहेगी।
*आमजन से सहयोग की अपील* बैठक में प्रशासन ने सभी समुदायों, संगठनों और नागरिकों से आपसी सद्भाव, सहिष्णुता और परस्पर सहयोग से त्योहारों को शांति और उल्लास से मनाने की अपील की। साथ ही अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी आपत्तिजनक गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने को कहा गया।
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