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*धृतराष्ट्र बने प्रशासनिक अधिकारी सिंघाना में बेख़ौफ रेत माफ़िया* *क्षेत्र में रेत माफिया सक्रिय : चौकी प्रभारी की साठगाठ व नेताओ की मिलीभगत होने का संदेह ।*

*धृतराष्ट्र बने प्रशासनिक अधिकारी सिंघाना में बेख़ौफ रेत माफ़िया*

*क्षेत्र में रेत माफिया सक्रिय : चौकी प्रभारी की साठगाठ व नेताओ की मिलीभगत होने का संदेह ।*

*लाल पीले डंफर रोज सुबह चौकी के सामने से झोंक रहे धूल....*

*किसके हे ये बिना रॉयलटी के डंफर या सिंघाना में ही बैठा हे रॉयल्टी का डाकू....*

*नहर मार्ग से सिंघाना में आ रही अवैध रेत.... मार्ग हो रहा जंजर-किसान परेशान-ज़िम्मेदार मोन*

धृतराष्ट्र बने प्रशासनिक अधिकारी वाली कहावत सिंघाना में चरितार्थ होती नज़र आ रही है, क्यू की सिंघाना में अवेध कारोबार जम कर पल फूल रहा है, और ज़िम्मेदार आखों पर काली पट्टी बांधे चौकी के सिंहासन पर हाथ पर हाथ रख कर बैठे नज़र आ रहे हैं।
प्रशासनिक अधिकारी अवैध कारोबार पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं फिर वह अवैध शराब का मामला हो या सट्टा पर्ची का मामला हो, वही अवैध रेत का परिवहन भी जोरो से बढ़ता जा रहा है।
रेत माफिया सक्रिय है वही सिंघाना चौकी प्रभारी भूपेन्द्र खरतिया का आशिर्वाद व मिली भगत होने का भी संदेह हो रहा है.। क्यू की आए दिन कलम योद्धाओं के बार बार अवगत कराने पर भी कोई ठोस कारवाही नही की जाति हे व उन्हे वर्दी का रोब दिखाकर उन्हे चुप करवा दिया जाता है
सिंघाना में पुलिस चौकी कुक्षी रॉड पर स्थित है, सुचना के आधार पर लाल पीले रंग के डंफर रेत से भरे कुक्षी मार्ग से होते हुए सिंघाना चौकी के सामने से गुजरते हैं, आखों में धूल झोंकना वाली कहावत यहां स्पष्ट होती नज़र आ रही है,
व्यापार की दृष्टि से भी अच्छा खासा व क्षेत्रफल में भी अच्छा खासा फैला हुआ है लेकिन मेन रोड पर व मार्केट से यह डंपर प्रतिदिन दिनदहाड़े व रात की रोशनी में बेखोफ होकर निकलते हैं जिससे व्यापारी को ग्रामीण भी परेशान है कई बार इन्ही कारणों से जाम भी लगा रहता है, जिससे होटलों और दूकानदारों से बोलचाल भी होती है लेकिन प्रशासन की मिली भगत होने से इनपर कोई खास असर नही पढ़ता है,
सिंघाना चौकी प्रभारी की मिलि भगत से रेत माफिया सिंघाना में ही अपना देहरा जमा बैठे है जिसके चलते यहा रेत की दलाली बड़े पैमाने पर कर रहे हे । यदी दलालों की ही कमर कस दी जाए तो शायद अवैध रेत का परिवहन रोका जा सकता है।
किसान भी परेशान है। बता दे की सिंघाना ओंकारेश्वर की तृतीय नहर से जुड़ा हुआ है नहर के दाएं और किसने को सुविधा के लिए रोड का निर्माण भी कराया गया था लेकिन आज यह रोड अवैध कामों के लिए उपयोग किया जा रहा है आए दिन बड़े डंपर ट्रैक्टर ट्रॉली रेत से ओवरलोड होकर इस रास्ते से गुजरते हैं जिसके कारण रोड की खुदाई हो चुकी है वह नहर में भी दरारें आ चुकी है जिससे किसान परेशान और आने जाने में और सुविधा महसूस कर रहे हैं, किसानों का कहना है कि करें तो क्या करें आखिर कोई सुनने वाला भी तो हो,

*सिंघाना विकास कार्यों में नंबर वन और अवैध कामों में भी*
सिंघाना विकास कार्यों को लेकर अपने गांव से लेकर जिले और प्रदेश तक ग्राम पंचायत सिंघाना अपनी पहचान बना चुका है ग्राम के चहुमुखी विकास को लेकर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ग्राम सिंघाना हमेशा चर्चा में रहा है बात करें हम ग्राम सिंघाना यहां अवैध रेत परिवहन के साथ साथ कई अवैध धंधे फल फूल रहे हैं यहां सट्टा , जुआ, तितली - भँवरे का व्यापार और अवैध शराब बेचने काम हर गली मोहल्ले में फल फूल रहा है यहां बस स्टैंड, तलाबपुरा, धोबी गली , निहाल मोहल्ला , टंकी चौराहा , बड़वानी रोड, ,चाय दुकान , पान दुकान पर भी खुले में सट्टे का व्यापार चल रहा है पुलिस चौकी चंद मीटर की दूरी पर है अवैध शराब बेचने वाले व्यापार फल फूल रहा है अपना व्यापार व्यवसाय कर रहे है यहा शराब, सट्टा जुए का व्यापार करने वाले नाम चीन सटोरिए है जिन्हें बड़े नेताओं का वरदहस्त प्राप्त है वह पुलिस प्रशासन से बेखोफ होकर अपना व्यापार बढ़ा रहे हैं सत्ता पक्ष , विपक्ष की भूमिका निभाने वाले नेताओं की मिलीभगत से यहा अवैध धंधा फल रहा है.. .पुलिस प्रशासन की मिली भगत से यह धंधे चल रहे हैं उन्हें बड़े नेताओ और चौकी प्रभारी का वरदहस्त प्राप्त है अवैध सट्टे जुएं और तितली भवरे में बच्चे और महिलाएं भी लिप्त है जिसके कारण कई परिवारों में भरण पोषण के लाले पड़ गए है और कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं सट्टा जुआ और युवा वर्ग गलत संगति के कारण युवा समाज गलत दिशा में जा रहे जिसके कारण क्षेत्र में चोरी और अन्य घटनाएं दिनों दिन बढ़ती जा रही है..!
जो पुलिस प्रशासन को भी खुले चुनौती दे रहे हैं सिंघाना पुलिस चौकी प्रभारी भूपेंद्र खतरिया सिंघाना चौकी पर चार माह पूर्व ही पदस्थ हुए हैं चौकी प्रभारी सिंघाना क्षेत्र में चल रहे हैं अवैध सट्टे जुएं तितली भवरा और अवैध धंधों पर अंकुश नहीं लगा पाएंगे और जहा हो वहावही वही होती है कारवाही वाली कहावत स्पष्ट दिखाई देती है।
अब देखना है की ख़बर का असर कितना पुलिस विभाग को पढ़ता है या फिर आंखें बंद कर कुंभ कर्ण की नींद सोते हैं...!

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