राजस्थानी को मान्यता कब
राजस्थान में सत्ता पलट चुकी है और भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में अपना मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री को शपथ दिलवा दी गई इसके बाद दो दिन का शीतकालीन विशेष सत्र रखा गया जिसमें सभी नव निर्वाचित विधायकों ने शपथ भी ली इस दौरान कई रोचक दृश्य भी नजर आए जब बाड़मेर के शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने का प्रयास किया और अंत तक किरोड़ी लाल मीणा के समझा इस पर हिंदी में शपथ ली लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले पर कोई गौर नहीं किया क्योंकि उनको लगता है कि अगर राजस्थानी को आठवीं अनुसूची में स्थान दिया जाता है तो शायद इसका श्रेय किसी और को चला जाएगा देखते हैं राजस्थानी के साथ कौन-कौन खड़ा है ?और इसको कब आठवीं अनुसूची में दर्ज किया जाएगा वह दिन हमारे लिए फख्र वाला होगा।