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जितेंद्र सिंह रघुवंशी परिवहन आरटीओ जबलपुर लाखों करोड़ों की कमाई कर रहे फिटनेस विभाग से

अन्य जिले से आने वाले वाहन जब क्षेत्रीय परिवहन आरटीओ जबलपुर में फिटनेस के लिए आते हैं तो आरटीओ के आदेश द्वारा ₹3000 राशि निर्धारित की गई अगर कोई आवेदक बहस करता है या नियम बताता है तो उसकी फिटनेस रोक दी जाती है फिर परिवहन आरटीओ जितेंद्र सिंह रघुवंशी से बात होने के उपरांत राशि कम कर दी जाती है 2500 लेकर फिटनेस जारी कर दी जाती है कई आवेदक ने तो सीएम हेल्पलाइन में शिकायत भी की है तो उनकी वाहन की तुरंत फिटनेस कर दी जाती है आरटीओ का अपना अलग ही हिसाब है साहाब से जब इस विषय में बात की गई तो उनका साफ कहना है फिटनेस अगर अन्य जिले की है तो 3000 देना होगा आरटीओ जितेन्द्र सिंह रघुवंशी के प्राइवेट कर्मचारी हैं जो फिटनेस ग्राउंड में फिटनेस करते हैं वाहन के हिसाब से रूपये का लेनदेन होता है इसमें जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी दरअसल अभी तक इससे पहले गाड़ी का रजिस्ट्रेशन जिस जिले में होता था फिटनेस टेस्ट भी वहीं करवाना पड़ता था इससे वाहन मालिकों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था लेकिन नए नियमों के मुताबिक अब किसी भी जिले के आरटीओ में जाकर फिटनेस टेस्ट करवा सकेंगे इसी नियम का दुरुपयोग करके आरटीओ ने कमाई का जरिया बना लिया लाखो करोड रुपए कमा लिये। विगत कुछ दिन पहले आवेदक द्वारा सूचना अधिकार की जानकारी के तहत वाहन की फिटनेस की जानकारी मांगी गई जिसमें क्षेत्रीय परिवहन आरटीओ जितेन्द सिंह रघुवंशी द्वारा 10467 फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए गए इसमें कुछ वाहन अनफिट थे पर रूपयों की लालच में साहाब ने फिटनेस जारी कर दी जो अनफिट वाहन रोड पर चल रहे हैं इससे कोई बड़ा हादसा हो सकता है
वाहन के फिटनेस करते समय फिटनेस में कमी के हिसाब से रूपयों का लेनदेन होता है जैसे - गाड़ी के अगर कांच में दरार है या फूटा है तो 500 रू अलग से देना होगा 15 साल से ऊपर का वाहन है तो 1600 लगेगा ओवर हाइट वाहन का रेट 1100 फिक्स है इसमें कम नही किया जाता इंडिकेटर , ब्रेक लाइट ,लाइट, हॉर्न अगर खराब है तो 200 अलग से देना होगा
हम चाहते हैं ऐसी भष्ट अधिकारी की जांच होनी चाहिए हमारे द्वारा पिछली न्यूज़ में बताया गया था जितेंद्र सिंह रघुवंशी भ्रष्टाचार में शामिल है खबर के बाद साहाब ने एक और कर्मचारी नियुक्त कर दिया जो साहाब का सारा लेनदेन देख रहा है लेकिन उच्च अधिकारी को कोई सूचना नहीं छापे की कार्यवाही नही की जा रही जिससे कर्मचारी खुले में लेनदेन कर रहे हैं उनको किसी का डर नहीं है जितेन्द्र सिंह रघुवंशी आरटीओ का आदेश है बाकी हम देख लेंगे अगर छापे की कार्यवाही की गई तो कई बड़े-बड़े अधिकारियों का नाम उजागर हो जाऐगा आरटीओ साहाब का तेवर तो बहुत ही बड़ा है खुलकर बोलते हैं जो करना है कर लो न्यूज़ से कोई फर्क नहीं पड़ता ऊपर तक माल देते हैं मेरी अपील कहीं भी कर सकते हो सूचना अधिकार का जवाब भी नहीं दे रहे आरटीओ साहब सीएम हेल्पलाइन में की गई है शिकायत ऐसे अधिकारी की जांच होनी चाहिए
all india media reporter madan raikwar

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