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मारवाड़ का भाईचारा एवं अपनापन विश्व के लिए पैगाम : गजसिंह

मारवाड़ का भाईचारा एवं अपनापन विश्व के लिए पैगाम : गजसिंह

टापरवाड़ा में मारवाड़ अमृत महोत्सव का हुआ आयोजन, जोधपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य गजसिंह का शाही अंदाज में किया स्वागत।

नागौर । निकटवर्ती ग्राम टापरवाड़ा में बुधवार को चारभुजा सेवा संस्थान ओर से जोधपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य गजसिंह के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर मारवाड़ अमृत महोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन हुआ। कार्यक्रम में पहुँचे जोधपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य गजसिंह का शाही अंदाज में स्वागत किया गया तथा गांव में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए। विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने उनका गुलदस्ते, स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। इस मौके पर गज सिंह ने कहा कि मारवाड़ के लोगों का भाईचारा और अपनापन समूचे विश्व को एकता का पैगाम देता हैं। अब तलवार का जमाना नही रहा, अब जमाना कलम का है। इसलिए शिक्षा को बढ़ावा देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी हैं। खासकर महिला सशक्तिकरण पर ध्यान देने की जरूरत हैं। 1992 में राजमाता कृष्णा कुमारी गर्ल्स पब्लिक स्कूल की स्थापना की, जो शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के प्रति आज भी एक प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह स्कूल जोधपुर में ज्ञान और प्रगति के प्रतीक के रूप में काम कर रहा है। राजा-प्रजा के बीच कितना मधुर व भरोसे का सम्बन्ध होना चाहिए। यह मारवाड़ रियासत में देखने को मिलता हैं। जब-जब जनता को सुख, शांति, सुरक्षा की गारंटी मिली, वह हर विपरीत परिस्थितियों में भी अपने राजाओं या शासकों के साथ खड़ी दिखी। पूर्व विधायक मानसिंह किनसरिया ने कहा कि ये हमेशा मारवाड़ के सेवक के रूप में संस्कृति की रक्षा कर रहे हैं। प्रदेश में पानी के लिए सरकार से संघर्षरत रहते हुए अपना अमूल्य योगदान दिया हैं। भाजपा नेता भवानी सिंह कालवी ने कहा कि मारवाड़ की प्रजा को लेकर आज भी राज परिवार चिंतित रहता हैं। सच्चे मायनों में यह प्रजा के प्रति असीम प्रेम का प्रतीक हैं। इससे पहले सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमसिंह टापरवाड़ा, भकरी सरपंच अख्तर हुसैन एवं पूर्व सरपंच किरण सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया। मंच पर दिखी गंगा-जमुनी तहजीब- कार्यक्रम में मंच पर नांद गौशाला के समताराम महाराज, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के नायब दीवान नासीरुद्दीन, पुष्कर गुरुद्वारा के सरदार संत सुखविंदर सिंह, निर्भय आश्रम पीलवा के शंकरपुरी महाराज के संबोधन से गंगा-जमुनी तहजीब की झलक देखने को मिली। शहीदों की पत्नियों को मिला सम्मान-समारोह में वीर चक्र विजेता शहीद मंगेश सिंह की पत्नी संतोष कंवर, नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए पीह के पांचूराम माली की पत्नी सरोज देवी को वीरांगना सम्मान से सम्मानित किया गया। कवियों ने बहाएं वीर रस की सरिता-कवि लोकेश चारण ने... गाया मां जिसने माँ मेरा रंग दे बसन्ती चोला...कवि सोहनदान चारण ने वृहद गीत पेश कर वीर रस की सरिता बहाई। मुस्लिम समुदाय की ओर से सरपंच अख्तर हुसैन की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल ने गजसिंह को तलवार भेंट की। मंच संचालन संघमित्रा राठौड़ ने किया। ये रहे मौजूद कार्यक्रम में प्रधान जसवंत सिंह थाटा, पार्षद हेमंत जोधा, वरिष्ठ पत्रकार श्रीपाल सिंह शक्तावत, महेशपाल सिंह बडू, यशवंत सिंह भकरी, घनश्याम सिंह हरसौर, हनुमानसिंह नरमा, योगवीर सिंह बाजेखां, भेरुदान सिंह रतनू, सरपंच रघुवीर सिंह गुढा, रविंद्र सिंह बनवाड़ा, अजीत सिंह चाँदारुन, शिंभूसिंह जैतमाल, दीपेंद्रसिंह टापरवाड़ा, सुरजन सिंह झाला सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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