दिव्य शक्ति पीठ
ये मात्र एक पूजा स्थल ही नही है, ये सभी की मनोकामना, साधना ,अंतरमन की उथल पुथल को शांत करने का एक पावन धाम है ।जहा सभी की अर्जी स्वीकार होती है यहां सभी दर्शन कर प्रफुल्लित होते हैं , आत्मा का परमात्मा से मिलन के एहसास अनुभव होता है । ऐसे विचार देवी स्वरूपा 101 वर्ष की दादी और चंद्रपूर महाराष्ट्र से श्रीमति निर्मला जी दादी और श्रीमति मनचंदा दादीजी ने अपने मुखारविंद से मां की महिमा एवम गुणगान किया ।
🙏🏻जय माता दी 🙏🏻