पप्पू यादव पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं वह भी बिना पार्टी के टिकट के बगैर
पप्पू यादव को लोगों को प्रति उभर को देखते हुए ऐसा लगता है की पूर्णिया में किसी और नेता को जीत हासिल नहीं हो पाएगी जो लोगों को प्रति प्यार देखा लोगों ने अपना नॉमिनेशन करवाने के समय इतनी काफी मात्रा में भी हमने तो कभी नहीं देखा जो की गाड़ी तो दूर की बात है सड़क पर चलने की जगह नहीं बची ऐसा हम नहीं वहां की जनता बोल रही है कि हमें कुछ नहीं बस पप्पू ही चाहिए ऐसा वास्तविक में भी है क्योंकि और सभी नेताओं को जब इनविटेशन दिया जाता है वह सही समय पर नहीं आ पाते हैं लेकिन एक पप्पू ज्यादा भी ऐसा नेता है जो किसी भी परिस्थिति में वह पहुंच जाते हैं