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कोरोना के बचाव के साथ शिक्षण व्यवस्था पर मंथन

-विद्यालयों के प्रबंधकों व कोचिंग संस्थानों के संचालकों संग डीएम ने की बैठक आयोजित
बारां (राजस्थान)। जिला कलेक्टर इन्द्र सिंह राव एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. रवि सब्बरवाल की अध्यक्षता में राज्य सरकार के निर्देशानुसार विद्यालयों एवं कोचिंग संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से खोलने के संबंध में विचार-विमर्श व सुझाव के लिए संबंधित विद्यालयों के प्रबंधकों एवं कोचिंग संस्थानों के संचालकों साथ बैठक आयोजित की गई।

कलेक्टर राव ने कहा कि, 'कोरोना महामारी के दौर में विद्यार्थियों को शिक्षण संस्थाओं से दूर रखते हुए ऑनलाइन माध्यम से शिक्षण का प्रयास किया गया है, जिससे स्वास्थ्य व जीवन की रक्षा की जा सके। इसी क्रम में अनलॉक की प्रक्रिया के साथ अब शिक्षण संस्थाओं को खोलने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा सुझाव मांगे गए हैं। अतः स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार सुझाव प्राप्त कर भिजवाए जाएंगे।'

 एसपी डॉ. सब्बरवाल ने कहा कि, 'कोरोना संकट के कारण विद्यार्थी ऑनलाइन शिक्षा व घर की चहारदीवारी तक सीमित हो गए हैं, जबकि विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास विद्यालय में शिक्षण, खेलकूद व अन्य गतिविधियों के माध्यम से ही संभव है। अतः बच्चों के स्वास्थ्य हित को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों को खोलने के संबंध में निर्णय लिया जाना चाहिए।'

 बैठक में विद्यालय व कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों ने कई सुझाव प्रस्तुत किए, जिसके तहत कक्षा 9 से 12 तक दो पारियों में शिक्षण प्रदान करने, अभिभावकों की सहमति से विद्यार्थियों को शिक्षण प्रदान करने, ऑनलाइन शिक्षा समानान्तर अथवा विकल्प के तौर पर प्रदान करने, कक्षाओं को सोशल डिस्टेंस के नियम के आधार पर विभक्त कर शिक्षा देने, कोचिंग संस्थानों द्वारा ऑनलाइन माध्यम से ही कोचिंग देने की बात कही गई।

 सीडीईओ रामनारायण मीणा ने बताया कि, 'राज्य सरकार के स्माईल कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है, लेकिन विद्यार्थी शिक्षण संस्थानों में समस्या समाधान हेतु काफी कम संख्या में आ रहे हैं।'

 इस अवसर पर एडीएम मोहम्मद अबूबक्र, सीईओ जिला परिषद बृजमोहन बैरवा, एसडीएम रामकिशन मीणा, कोषाधिकारी धीरज कुमार सोनी, विद्यालयों व कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

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