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भूमि विवाद को लेकर बमबारी, फायरिंग, एक की जान गई, दो जख्मी, हालत गंभीर

मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल)। वर्षों से चल रहे जमीन विवाद के कारण मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज थाने का धूलियान के 13 नम्बर वार्ड मैदाने जंग बन हो गया। गोलीबारी हुई, बमबारी हुई। एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो अन्य घायल हो गए। घायल हुए मोहम्मद सलीम अंसारी और मोबसार शेख को जंगीपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के तीन घन्टे बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।

 54 वर्षीय इमरान हुसैन के पास मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज पुलिस स्टेशन के वार्ड फील्ड पारा नम्बर 13 में पांच दशक पुरानी पुश्तैनी जमीन थी। उस जमीन को लेकर आरोप लगाया जाता है कि मुर्शिदाबाद जिला परिषद के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के प्रमुख अनारुल हक उर्फ बिप्लोब के भाई अब्दुल बारिक ने लंबे समय तक भूमि-माफिया जाकिर शेख के साथ मिलकर जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। उन्होंने बल द्वारा भूमि पर कब्जा करने का भी प्रयास किया। इमरान ने अपनी जमीन पर कब्जा वापस लेने के लिए बहरामपुर कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। उसने मुकदमा जीत लिया।

 कोर्ट के फैसले से यह तय है कि उस जमीन का मालिक इमरान ही है। आरोप है कि बुधवार सुबह जाकिर शेख और अनारुल हक अचानक इमरान हुसैन के घर आए। उसने ज़मीन ज़बरदस्ती घेरने की कोशिश की। इमरान हुसैन इसे रोकने गए। भूमि विवाद के दौरान उन्होंने पहले धारदार हथियार से वार किया। बाद में क्षेत्र में सात बम विस्फोट किए गए। पांच राउंड फायरिंग भी की गई। आरोप है कि मुर्शिदाबाद जिला परिषद के सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के प्रमुख अनारुल हक बिप्लोब के भाई अब्दुल बारिक ने गोलियां चलाईं। इमरान हुसैन और तीन अन्य को गोली मारकर घायल कर दिया। स्थानीय लोग उन्हें रक्तरंजित हालत में जंगीपुर के अस्पताल ले गए। हालांकि, डॉक्टरों ने इमरान हुसैन को मृत घोषित कर दिया। 

इस घटना में दो अन्य, मोहम्मद सलीम अंसारी और मोबसार शेख घायल हो गए। वे वर्तमान में अस्पताल में भर्ती हैं। दोनों की हालत काफी चिंताजनक है। पुलिस फिलहाल इलाके में है। हालांकि, घटना में कोई भी आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। घटना से इलाके में तनाव फैल गया। 

कथित तौर पर, उपद्रवियों ने दो घंटे से अधिक समय तक हिंसा की, लेकिन पर्याप्त पुलिस नहीं देखी। बाद में एक विशाल पुलिस बल गया और स्थिति को नियंत्रित किया। पूरी घटना के पीछे सत्ता पक्ष के एक नेता का नाम भी सामने आ रहा है। मृतक के भतीजे सलीम अंसारी ने दावा किया कि अगर पुलिस समय पर पहुंचती तो मौत को टाला जा सकता था। समरगंज विधायक अमीरुल इस्लाम मौके पर गए। उन्होंने कहा कि, "असामाजिक लोगों ने ऐसा किया है। मैंने ऐसा करने वालों के लिए सजा की मांग की है। ”

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  • SANTU DAS

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