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रक्तदान जीवनदान

अपने जीवन में लोगों को रक्तदान जैसे पुण्य काम करते रहना चाहिए रक्तदान किए जाने से कई जिंदगियां को बचाया जा सकता है- दीपक राठौर
जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) की तरफ से दीपक सुनेजा ने किया 15वीं बार 15 वर्षीय कुमारी छाया निवासी ग्राम बामोरी कलां को रक्तदान।।
रक्तदान श्रेष्ठदान व श्रेष्ठ कर्म है और प्रत्येक इंसान को इंसानियत की खातिर अपने जीवन में रक्तदान अवश्य करना चाहिए। इंसान द्वारा दान किया गया रक्त किसी जरूरतमंद व्यक्ति के प्राणों की रक्षा करता है और इससे ज्यादा सुकून की बात किसी रक्तदाता के लिए नहीं हो सकती। इसी क्रम में जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) द्वारा जिला चिकित्सालय में भर्ती 15 वर्षीय कुमारी छाया जिसे डॉक्टर ने रक्त की कमी बताई बच्ची के पिता और परिजन पहले ही अपनी बच्ची को ब्लड दे चुके थे और आज डॉक्टर ने पुनः एक यूनिट ब्लड के लिए बच्ची के पिता से कहा। लेकिन अब बच्ची के परिवार में कोई भी ब्लड देने वाला नहीं था जिससे कि वह काफी परेशान और चिंतित हो रहे थे जब बच्चे के पिता ने समिति के वरिष्ठ सदस्य से संपर्क किया तो उन्होंने बच्ची को तुरंत ब्लड उपलब्ध कराया और अपने साथी दीपक सुनेजा जी से संपर्क किया और संपर्क करने की तुरंत ही ब्लड बैंक पहुंचकर कुमारी छाया के लिए रक्तदान करके मानवता की मिसाल पेश की। रक्तदान करने के बाद दीपक सुनेजा ने कहा कि किसी जरूरतमंद के लिए रक्तदान करना बड़ा ही सौभाग्य की बात है क्योंकि हमारे द्वारा किए गए रक्तदान से किसी की जिंदगी बचाई जा सकती है इसलिए जब मौका मिले तो रक्तदान आवश्यक करें। और कहा की रक्तदान करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है हमारे शरीर में नया खून बनता है। बच्ची के पिता ने रक्तदाता दीपक सुनेजा और समस्त जय अम्बे रक्तदान समिति का हदय से आभार एवं साधुवाद व्यक्त किया और कहा की आज आपकी समिति की वजह से हमारी बच्ची को ब्लड उपलब्ध हो सका है जिसके हम सदा आपके आभारी रहेंगे और कहा कि जब भी आपको हमारी जरूरत पड़ेगी तो हम भी आपकी समिति की तरफ से रक्तदान अवश्य करेंगे।
इस मौके पर जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के युवा नगर अध्यक्ष दीपक राठौर, कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल रजक (पंचायत राज विभाग) चन्दन सिंह अहिरवार, बलराम राज, विवेक कुमार, रियाज मंसूरी, आकाश यादव राजघाट, तोहिद अली, खलक सिंह लोधी आदि मौजूद रहे।

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