यूपीपीसीएल में तैनात मीटर रीडरों की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन विद्युत विभाग या सरकार
यूपीपीसीएल में विभाग द्वारा डोर टू डोर मीटर रीडिंग कराकर बिल जमा करवाने वाले मीटर रीडरों की हालत दिहाड़ी मजदूर से भी बदतर है । जिसका जिम्मेदार यूपीपीसीएल है क्योंकि यूपीपीसीएल ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी में मीटर रीडिंग का काम मेसर्स स्टर्लिंग टेक्नोलॉजी को मिला है जो की मीटर रीडरो को समय पर और उचित वेतन का भुगतान नहीं करती है और न ही उनका पीएफ और ई एस आई का भुगतान कर रही है ।मजे की बात यह है कि ये सब खेल विद्युत विभाग की सहमति से हो रहा है। अगर राजस्व हानि हो रही है तो भी उसके जिम्मेदार विद्युत विभाग के आला अधिकारी और कंपनी है।कई बार मीटर रीडर इन सब समस्या को लेकर हड़ताल भी किए पर उनको नौकरी से निकलने की धमकी दी जाती और उनकी id बंद कर दी जाती है।जिससे मीटर राइडर्स की जिंदगी बदतर हो रही है आए दिन मीटर रीडर आत्म हत्या जैसा कदम उठा रहे है ।वर्तमान की बात की जाए तो विभाग कंपनी को निर्देशित न कर डायरेक्ट मीटर रीडर को प्रेशर दे रही है जिससे उनको मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है।अगर इस तरफ सरकार ध्यान नही देती है तो आने वाले समय में मीटर रीडर व सरकार दोनो को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है।