आखिर में कौन है जिम्मेदार हो रहे अत्याचार का शिक्षा या दीक्षा या संस्कार ।।
हमारे देश में हो रहे घिनौनेपन जो की आय दिनों बढ़ रही है हमारे समाज में कोई भी सुरक्षित नहीं है। अब इसका कारण क्या सोशल मीडिया है, या फिर परवरिश या फिर हमारे घरों में बेटो को दिए गए संस्कार या यू कहे की आधुनिकरण , आज हम ऐसे ऐसे घटनाए को सुनते है जिससे रूह कांप जाते है जिससे किसी राजनीतिक या जातीयता के आधार पर नहीं जोड़ा जाना चाहिए इसे हम सभी को मिलकर खात्मा करना है भले ही दोषी हमारे अपने ही क्यों न हो।।