
कर्म का परिणाम
3️⃣0️⃣❗0️⃣8️⃣❗2️⃣0️⃣2️⃣4️⃣
*कर्म का परिणाम*
👌👌✍️👌👌
एक बार एक चोर एक महात्मा के यहां पहुंचा. जैसे ही वह महात्मा के सामने आया, उसने उन्हें प्रणाम किया और कहा- *गुरुजी !! में एक चोर हूं. मैं अपनी चोरी की आदत छोड़ना चाहता हूं. कृपा कर मुझे अपना आशीर्वाद दें,ताकि मैं यह काम छोड़ सकूं।* चोर की बातें सुन महात्मा ने शीघ्र ही जवाब दिया- *अगर तुम चोरी की आदत नहीं छोड़ सकते हो,तो एक काम अवश्य करो. चोरी करने के तुरंत बाद अपने गुनाहों को उन लोगों के सामने स्वीकार कर लो जिनके यहां तुम चोरी कर रहे हो. या फिर जिनके यहां तुम चोरी करने के इरादे से गये हो, पहले तुम उन्हें यह बता दो।* अगले दिन चोर एक घर में घुसा.जैसे ही वह वहां रखे आभूषणों को अपनी थैली में रखने लगा, उसे गुरुजी की कही बात याद आ गयी. उसने मन में सोचा, 'अगर मैं चोरी करता हूं और फिर घर के मालिक को बताता हूं, तो वे तुरंत ही मुझे पुलिस के हवाले कर देंगे. पुलिस मुुझे पीटेगी और फिर जेल में डाल देगी.' जब यह विचार उसके मन में आया, तो उसने अपना मन बदल लिया और चोरी किये बिना ही उस घर से वापिस चला आया. उसके बाद उसने चोरी करने की बहुत कोशिश की, पर सजा के डर से वह एक बार भी ऐसा नहीं कर पाया. वह गुरुजी के पास वापस लौटा और कहा- *आपने ये कैसी सलाह दी है मुझे ? अगर मैं जानता हूं कि मुझे चोरी की बात घर के मालिक को बतानी है,तो ऐसे में मैं चोरी कैसे कर पाऊंगा ?' गुरुजी ने जवाब दिया- 'मैंने तुम्हें यह सलाह इसलिए दी ताकि तुम चोरी करना छोड़ दो. जब तुम्हें मेरे शब्द याद आये, तो तुम सावधान हो गये. तुम जान गये कि तुम्हारे कर्म अगर ऐसे ही रहे, तो इसकी क्या सजा हो सकती है. इसने तुम्हें अपराध करने से बचने में सहायता की.' तुम्हें हमेशा अपने किये गये कर्मों के परिणाम के बारे में सचेत रहना चाहिए. तब तुम कुछ भी गलत नहीं करोगे. ज्यादातर लोग जागरूकता की कमी के कारण गलत कार्य करते हैं।* इसलिये किसी भी कार्य को करने से पहले हमें उसके परिणाम के बारे में अवश्य सोचना चाहिए।
*👉अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है..!!*
*🙏🏼🙏🏿🙏🏾जय श्री कृष्ण*🙏🙏🏻🙏🏽