logo

परवाहा व सैफगंज में हो रहा है शराब का निर्माण

संवाद-दाता - अमन कुमार की रिपोर्ट
ग्रामीण क्षेत्रों में देसी शराब निर्माण का धंधा फिर से तेज हो गया है। - उत्पाद विभाग के लगातार कार्रवाई और छापामारी के बावजूद शराब को रोजगार बना चुके लोग इसे बंद नहीं कर रहे है। तमाम सख्ती के बावजूद इस धंधे में लिप्त लोगों को न तो प्रशासन का डर है और ना ही कार्रवाई का खौफ, बिना डरे खुलेआम देसी शराब बनाने का धंधा अवैध रूप से करते हैं, बिहार सरकार के द्वारा शराब पर इतने सख्त कानून बनाने के बावजूद भी ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से इस तरह के धंधे खुलेआम चलता है। ताजा मामला फारबिसगंज प्रखंड
क्षेत्र के साहिबगंज का है। प्रखण्ड क्षेत्र के सैफगंज, परवाहा, हरिपुर में इन दिनो देसी शराब निर्माण का धंधा पुनः परवान चढ़ने लगा है। शाम ढलने के बाद शराबी चौक चौराहों पर पीकर शोरगुल करते हुए नजर आते है। जिसको लेकर कई लोगो को पुलिस जेल भी भेज चुके है। बताते है कि सैफगंज के वार्ड 9 एवं 10 में देसी शराब का निर्माण चोरी छुपे बनाया जाता है, पुलिस सड़क होकर जाती है तो शराबी पगडंडी पकड़ कर पुलिस को चकमा देकर भाग जाते है। स्थानीय लोगो का कहना है कि देशी शराब बनाने वालों का नेटवर्क इतना मजबूत है कि पुलिस आने से पूर्व ही इनको सूचना मिल जाती है।

14
3250 views