मैं मो0 समजद आलम आज बहुत दुखी हूं, मेरा दिल टूट गया है एक पल की ख़ुशी ज़िन्दगी भर का गम है आप मेरे लिए एक कदम बढईये हो हम आपके लिए सौ कदम बढाने के लिए तैयार हैं
ख़ुद चिराग बनके जलो वक़्त के अंधेरे में, माॅंगी हुई रोशनी से कभी उजाले नहीं होते...💔💔💔😢😢😢