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UTB आधार पर पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती का विरोध

जयपुर। पशु चिकित्सक संघ राजस्थान द्वारा कोरोना महामारी का हवाला देकर मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के विरोध में वेटरनरी विश्वविद्यालय बीकानेर के छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ निखिल पाल बाजिया ने कहा है कि, ‘इस पत्र का राजस्थान के समस्त बेरोजगार पशु चिकित्सक विरोध करते हैं कि जब राजस्थान लोक सेवा आयोग के द्वारा 900 पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही है तो इसके बीच यूटीबी आधार पर पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती करवाना उचित नहीं है।’
छात्र संघ अध्यक्ष ने इसके विरोध में राजस्थान के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, पशुपालन मंत्री, प्रमुख सचिव पशुपालन विभाग एवम निदेशक पशुपालन विभाग को पत्र भी लिखा है।
डॉ बाजिया ने बताया कि, ‘इस पशु चिकित्सक संघ, राजस्थान में एक भी बेरोजगार पशु चिकित्सक सदस्य नहीं है सभी सदस्य सरकारी सेवारत जो कि परमानेंट है वही इसके सदस्य है ! अतः  राजस्थान के समस्त बेरोजगार पशु चिकित्सक न्ज्ठ आधारित भर्ती करवाने का प्रस्ताव का पूर्णता विरोध करते हैं!
’ 
उन्होंने बताया कि, ‘पत्र में उल्लेख किया गया है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा प्रक्रियाधीन 900 पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती को पूर्ण करवाने में 12 से 18 माह का समय लग सकता है, जो कि सरासर गलत है, क्योंकि  राजस्थान लोक सेवा आयोग पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती तय समय के अनुसार ही समयबद्ध तरीके से सम्पन्न करवा रहा था, जो कि नवंबर 2019 में विज्ञापित हुई थी तथा 29 अप्रैल 2020  को इसकी परीक्षा तिथि भी हो गई थी। कोरोना महामारी के चलते परीक्षा को स्थगित करना पड़ा अन्यथा यह भर्ती बहुत ही तीव्र गति से समयबद्ध संपन्न हो रही थी तथा एक जुलाई 2020 तक नए पशु चिकित्सा अधिकारियों को फील्ड में पोस्टिंग मिल जाती। 2012 में संविदा आधारित लगाए गए पशु चिकित्सा अधिकारी आज भी न्यायालय के माध्यम से गुहार कर रहे हैं कि उन्हें नियमित किया जाए तथा उनके अपने भविष्य को लेकर चिंता सता रही है वहीं दूसरी तरफ वर्तमान में और संविदा पशुचिकित्सा कर्मियों को विभाग में लगाना भी न्यायोचित नहीं होगा।’

अन्य बेरोजगार अभ्यर्थियों ने बताया कि, ‘यूटीबी आधारित भर्ती प्रक्रिया करवाने में भी काफी समय लगेगा, क्योंकि वर्तमान में बेरोजगार पशुचिकित्सकों की संख्या अधिक होने के कारण सीधा दस्तावेज सत्यापन से नियुक्ति नही दी जा सकती तथा ऐसी परिस्थितियों में यूटीबी आधारित भर्ती भी न्यायालय में अटकने की पूरी संभावना है।’ 

राजस्थान के समस्त 2000 बेरोजगार पशुचिकित्सकों की एक ही मांग है कि, ‘यूटीबी आधार पर पशु चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती न करवाकर आरपीएससी कि पशुपालन विभाग की प्रक्रियाधीन 900 पशु चिकित्सा अधिकारियों की परीक्षा तिथि अतिशीघ्र जारी कर भर्ती को अतिशीघ्र पूर्ण करवाकर चयनित पशुचिकित्सकों को जल्द नियुक्ति दी जाएं।’


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