जब मीडियाकर्मी सुरक्षित नहीं तो आम जनता कैसे सुरक्षित हो सकती है
फरेंदा कस्बा निकट दुर्गा मंदिर विजय पाल इलेक्ट्रॉनिक के ठीक सामने दो पक्षों में हो रही थीं मारपीट* न्यूज कवरेज करने के दौरान मनबढ़ कांस्टेबल अमित सिंह ने पत्रकार चंदन कुमार को मां-बहन की गाली देते हुए लाठी से पीटा,जिससे पत्रकार के हाथ में गहरी चोट आई* सूत्रों की माने तो मनबढ़ कांस्टेबल अमित सिंह फरेंदा कस्बे में बुधवार को लगने वाली बाजार में रेडी पटरी के दुकानदारों से हफ्ता वसूली भी करता है* जब इस कांस्टेबल का व्यवहार पत्रकार के साथ इस तरह हैं पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिकों के साथ कैसा रहता होगा यह बड़ा प्रश्न हैं और ऐसे मनबढ़ कांस्टेबल पर क्या कार्यवाही ?*