
राष्ट्रीय स्तर पर कायल बंधुओं का समग्र कीर्तिमान
गौरी शंकर सारस्वत
रायसिंहनगर
22 मार्च, बैंगलोर – कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में फेडरेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय स्तर की ऊंची कूद प्रतियोगिता में अनूपगढ़ के श्यामसुंदर कायल ने स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपनी कूद क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि राष्ट्रीय रिकॉर्ड में भी नए आयाम जोड़े। इसी मंच पर राष्ट्रीय स्तर की पोलवाट प्रतियोगिता में रामरतन कायल ने कांस्य पदक प्राप्त करते हुए अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत का लोहा मनवाया।
दोनों कायल बंधु, जो राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के श्रीविजयनगर तहसील के चक 8ए एस (पंडितों वाला डेर) से संबंधित हैं, ने वाराणसी और भुवनेश्वर (उड़ीसा) में पूर्व में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीत हासिल करने के बाद बैंगलोर में भी अपनी जीत की पताका फहराई। पारिवारिक विरासत में पंडित श्री नानकराम जी कायल और प्रसिद्ध किसान श्री सोहनलाल जी सारस्वा का नाम शामिल है, जिसने इनकी सामाजिक पहचान को और भी मजबूत किया है।
शिक्षा के क्षेत्र में भी ये युवा अग्रणी कदम बढ़ा रहे हैं। श्यामसुंदर वर्तमान में श्रीगंगानगर के खालसा महाविद्यालय में स्नातक (प्रथम वर्ष) के छात्र हैं, जबकि रामरतन काशी विश्वविद्यालय, बठिंडा (पंजाब) में बीपी एड (प्रथम वर्ष) में अध्ययनरत हैं। इनकी सफलता ने न केवल खेल प्रेमियों के बीच प्रशंसा का विषय बना दिया है, बल्कि सामाजिक और सरकारी स्तर पर भी सम्मान की मांग को जन्म दिया है।
यह समग्र कीर्तिमान कथा राष्ट्रीय खेल मंच पर युवाओं के अथक प्रयास और पारिवारिक गौरव का प्रतीक बनकर उभरती है, जो आने वाले समय में और ऊंचाइयों को छूने का विश्वास जगाती है।