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मध्य प्रदेश में अध्यापकों के साथ खिलवाड़ l

मध्य प्रदेश में अध्यापकों के साथ खिलवाड़
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में सेवारत अध्यापक संवर्ग के अध्यापकों के साथ भेदभाव बर ता जा रहा है इस संवर्ग को क्रमोंनती नियुक्ति दिनांक से दी जा रही है लेकिन सीनियरिटी संविलियन दिनांक जुलाई 2018 से मान्य की जा रही हैं यह उनके साथ सरासर अन्याय है क्योंकि नियुक्ति 1998 से शिक्षा कर्मी के रूप में शुरू हो करके, संविदा शिक्षक, अध्यापक संवर्ग, विभिन्न चरणों से गुजरते हुए इनको जुलाई 2018 में शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया और उनकी पिछली सीनियरटी समाप्त करते हुए 2018 से मान्य की गई जिसके कारण उनकी सर्विस मैं ब्रेक लग गया आज जब इस वर्ग का कोई अध्यापक सेवानिवृत्त होता है तो वह अपने को ठगा सा महसूस करता है क्योंकि उसकी सेवा निवृत्ति का समय बहुत कम हो जाता है सेवानिवृत्ति के लाभ बहुत कम मिलते हैं पेंशन भी उसकी मामूली ही होपाती है एक अध्यापक ने बताया कि मेरी सेवानिवृत्ति के दिन 35000 मूल वेतन थी अब मुझे ₹2100 pensa मिलने के आदेश हुए हैं यह एक हास्यास्पद स्थित है मैं मध्य प्रदेश शासन और स्कूल शिक्षा विभाग से अपील करता हूं कि जिस प्रकार से इस सवर्ग के अध्यापकों को क्रमो न्नति का लाभ दिया जा रहा है उसी प्रकार से नियुक्ति दिनांक से सेवा की गणना करते हुए पेंशन और उनके अन्य लाभों का भुगतान करने के लिए आदेश जारी किया जाए ऐसी में मध्य प्रदेश सरकार से आशा करता हूं और भारत के माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री मोदी जी का नारा सबका साथ सबका विकास फली भूत हो सके मैं प्रदेश के प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी अनुरोध करता हूं कि आप भी अपने स्तर से इस समस्या को प्रदेश पटल पर जोर शोर से उठाएंl

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