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डीएम की कार्रवाई से अफरातफरी



• अजय कुमार, सरूरपुर
बड़ी उम्मीद के साथ हमने कस्तूरबा गांधी पर पढ़ने अपने बच्चों को भेजा था। हमारी उनसे बड़ी अपेक्षाएं उम्मीद थी। हमने सपने बुने थे देखे थे कि हमारे बच्चे एक अच्छे स्कूल में पढ़ेंगे आगे बढ़ेंगे, लेकिन हमारे सपनों को स्कूल की शिक्षिकाओं ने चकनाचूर कर दिया। उनकी लापरवाही हम पर भारी पड़ गई। हम कहीं के नहीं रहे। हमारे बच्चों का कोई पता नहीं है। हमसे कोई बात करने को तैयार नहीं है। हमें कोई कुछ बता नहीं रहा है कि आखिर क्या चल रहा है। पिछले 24 घंटे से बेसुध हालत में लापता तीनों छात्राओं के परिवार वाले कस्तूरवा गांधी विद्यालय के बाहर इधर-उधर भटक रहे हैं। पूरी रात काली करने के बाद अगला दिन निकला उम्मीद की किरण लेकर आया कि बेटियों की बरामदगी होगी और उनके बच्चे उन्हें जिगर के टुकड़े वापस मिल जाएंगे। मां सोनिया और पिता सोनू व संजीव दोनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बार-बार अपने बच्चों को याद कर रहे हैं। लेकिन कोई भी अधिकारी विद्यालय स्टाफ उन्हें दिलासा तक तक नहीं दे रहा है। मानव अधिकार आयोग की पहुंची सदस्य मीनाक्षी भराला के सामने भी परिवार वालों ने अपना दर्द बां किया और कहा कि सरकार आखिर हमारक क्या गलती थी। हमने सरकार के स्कूल में बच्चों के भविष्य के सपने बुनकर पढ़ने भेजा था, लेकिन हमारे भरोसे का कत्ल हो गया, हम कहीं के नहीं रहे मुंह दिखाने लायक।

इंतजार में परेशान परिजन।
सरूरपुर (aimamedia): कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन रीना और पूर्णकालिक शिक्षिका का बिंदिया की संदिग्ध भूमिका पाए जाने पर डीएम डॉ. वीक के सिंह की और से दोनों शिक्षिकाओं की पूर्णकालिक सेवाएं समाप्त करते हुए उनके खिलाफ बीएसए की ओर से एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दिए है। जिला समन्वयक नेमपाल सिंह का भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि उनकी भूमिका की संदिग्ध पाई गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई तय है। कस्तूरबा गांधी आवासीय से बालिका विद्यालय से सटे हुए खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार की भी घोर लापरवाही मानते हुए उनका स्थानांतरित कर दिया गया है। गेट पर तैनात दो महिला होमगार्ड को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उनके खिलाफ भी जांच जिला होमगार्ड कमांडेंट को सीप गई है। यदि उनकी भूमिका भी संदिग्ध पाई गए तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। जबकि बीएसए आशा चौधरी के विरुद्ध भी जाच बैठाई गई है। डीएम कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। बरामद करने में पुलिस के सामने आईं मुश्किलें लापता छात्राओं की खोजबीन में निकली पुलिस के हाथ से ऐनवक्त पर छात्राए किसल गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि लोकेशन और कॉल डिटेल के आधार पर मेरठ के ही पास के गांव में उसे स्थान पर पुलिस जब देर रात लगभग 10 बजे पुलिस के पहुंचने से कुछ देर पहले ही छात्राएं महिला के घर पर जहां रुकी हुई थी, हाथ से फिसल गई। इस बाबत पुलिस पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि यह किराए पर रहती है और उसके पास रात 12 के लगभग छात्राएं पहुंची थी। दिनभर रुकने के बाद देर शाम पुलिस के पहुंचने से पहले ही दबिश की भनक लगते छात्राएं, वहां से गायब हो गई। इस बाबत देर रात तक पुलिस उक्त महिला से सख्ती से पूछताछ करने में जुटी हुई थी। पुलिस सूत्र ने बताया कि महिला के परिवार वालों से भी कड़ाई से पूछताछ जा रही है। इस तरह से पुलिस के हाथ लगने से पहले ही छात्राएं फिसल गई। जिससे पुलिस देर रात तक भी मामले में पुलिस भी खाली हाथ थी

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