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मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जिया उड़ा रहा स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य विभाग कब करेंगा कार्यवाही

मुख्यमंत्री के निर्देशों की धज्जिया उड़ा रहा स्वास्थ्य विभाग

आखिर कब होंगी झोलाछाप आईपीएल सटोरी के खिलाफ कार्यवाही

रामाकोना:- ग्राम रामाकोना एवं आसपास के समूचे क्षेत्र में कई वर्षो से झोलाछाप ( बिना डिग्री के) डॉक्टरों का बोलबाला रहा है.
यह नीम हकीम कई सालों से बिना किसी डर के अपने साम्राज्य का निरंतर विस्तार किया जा रहे हैं.
इन्हें ना तो मरीजों के स्वास्थ्य की कोई चिंता है ना ही शासन प्रशासन का कोई भय इसका प्रमुख कारण प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का इन पर मेहरबान होना है.
आश्चर्य तो तब होता है जब बार-बार इन पर कार्रवाई की मांग जनता एवं मीडिया द्वारा होने पर भी किसी की मजाल है जो इनके गिरेबान झाक सके. यह बहुत आश्चर्य का विषय है जनता की जान से बड़ी सुरक्षा भला और क्या हो सकती है स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस प्रशासन अब तक मौन है अब इस मौन के पीछे क्या राज है यह सिर्फ संबंधित विभाग ही बता सकता है परंतु विभाग अभी भी इस मामले में मौन है.
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इस झोलाछाप के विरुद्ध करवाई का भरोसा दे चुके हैं मगर बीएमओ एवं सी एच एम ओ अब भी हाथ पे हाथ धरे किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं.
यह झोलाछाप डॉक्टर अपनी मस्ती में इतने मदमस्त है कि इन्होंने देखते ही देखते करोड़ों रुपए की संपत्ति जनता को लूट के बना ली है.
क्योंकि आप उनके पास पर्याप्त धन है अतः यह प्रशासन एवं शासन को अपने पैरों की जूती समझते हैं. ग्रामीण जनता अब क्या स्वयं की जान गवा कर उनके झोलाछाप होने का प्रमाण दे या संबंधित विभाग इनके मरने के इंतजार में है.
जनता ऊपर आंदोलन की तैयारी में है जब प्रशासन मौन एवं पंगु हो जाए तो जनता को ही अपने अधिकार एवं सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतरना पड़ता है.
जिन मेडिकल स्टोर्स वाले भी फार्म डी फॉर्म की डिग्री लेने के बाद ग्राहक का इंतजार करते हैं उनके पास भी उतने ग्राहक नहीं है जितने इन झोलाछाप डॉक्टरों के पास है क्या यह उन डिग्री धारी फार्मासिस्ट के साथ अन्याय नहीं है जो दिन भर अपने दुकान को संचालित करते हैं.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अबकी बार मेडिकल एसोसिएशन ने भी इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई का मन बना लिया है यदि शासन प्रशासन जल से जल कोई कार्रवाई नहीं करता है तो यह फार्मासिस्ट भी अपना बड़ा रूप अपना सकते हैं.
ग्राम पंचायत स्तर पर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है क्या इसीलिए यह मध्य प्रदेश शासन ने पंचायत अधिनियम की संरचना की है कि गांव में कुछ गलत हो पंचायत उसे पर भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें.
अब देखते हैं कि इस रिश्वतखोरी के खेल में आगे क्या होता है जनता मरती है या ये झोलाछाप डॉक्टर जेल की सलाखों के पीछे जाते हैं.
इस सम्बन्ध मे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा की जब तक अनुविभागीय अधिकारी का आदेश नहीं आता कार्यवाही नहीं कर सकते है.
अनुविभागिय अधिकारी राजस्व के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार हमें शिकायत मिली है जल्द ही एक दल बनाकर कार्यवाही की जाएगी.

*झोलाछाप एवं आईपीएल सटोरी के है बड़े कारनामे*
झोलाछाप, आईपीएल सटोरी का क्लिनिक इसके पूर्व प्रशासन द्वारा सील किया गया था चुंकि इसके पास कोई वैध डिग्री नहीं है. छुटभैये नेताओ के संरक्षण मे अपनी दवाई दुकान के आड़ मे ईलाज करना जारी है.
गरीब मरीजों को लूट कर करोडो की सम्पति बना ली है इसकी जाँच करने पर कई मामले सामने आ सकते है.

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