
मौर्य साम्राज्य के संस्थापक व चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
कोथावां (हरदोई)। कोथावां क्षेत्र के नेवादा लोचन गांव में मौर्य साम्राज्य के संस्थापक, भारत के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट और अखंड भारत के निर्माता सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सैकड़ों ग्रामीणों ने एकत्र होकर सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के विचारों और उनके योगदान को याद किया।
कार्यक्रम का आयोजन भगौती प्रसाद मौर्य के आवास पर संपन्न हुआ। आयोजन में बलराम मौर्य, उदय प्रताप मौर्य, गिरधरपुर प्रधान प्रतिनिधि राहुल मौर्य, नेवादा प्रधान श्रीमती पार्वती जी,पवन मौर्य, अरविंद कुमार,हिरदेश, मदनलाल, सम्राट दीपक मौर्य, सम्राट ललित मौर्य, अमित मौर्य सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
कार्यक्रम आयोजक भगौती प्रसाद मौर्य ने बताया कि चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, मौर्य साम्राज्य के संस्थापक और भारत के प्रथम चक्रवर्ती सम्राट थे। उन्होंने 321 ईसा पूर्व में मौर्य वंश की स्थापना की थी। सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने अखंड भारत का निर्माण किया और मगध के नंद वंश को पराजित कर विशाल साम्राज्य खड़ा किया। उनका साम्राज्य उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में कर्नाटक तक और पश्चिम में अफगानिस्तान तक फैला हुआ था।
चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में समाधि ली। चंद्रगुप्त मौर्य भारतीय इतिहास के सबसे महान और शक्तिशाली शासकों में से एक थे।
इस मौके पर वक्ताओं ने सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान किया और युवाओं से अपने गौरवशाली इतिहास को जानने और समाज में एकजुटता बनाए रखने का संदेश दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक रूप से सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य अमर रहें के जयघोष के साथ कार्यक्रम को विराम दिया।
रिपोर्ट :- शाक्य आशीष सिंह मौर्य सीनियर न्यूज़ रिपोर्टर मानवाधिकार मीडिया