
मीटर टेस्टिंग की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ मध्य प्रदेश में हड़ताल
मध्य प्रदेश में बिजली विभाग द्वारा मीटर टेस्टिंग की कीमतों में अचानक की गई वृद्धि के खिलाफ आज प्रदेशव्यापी हड़ताल देखने को मिली। विभिन्न सौर विक्रेता और उपभोक्ताओं ने इस फैसले का पुरजोर विरोध किया और सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश ऊर्जा विभाग ने हाल ही में मीटर टेस्टिंग शुल्क में अप्रत्याशित वृद्धि कर दी है, जिससे आम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ गया है। पहले जहाँ मीटर टेस्टिंग का शुल्क मामूली था, वहीं अब इसमें कई गुना इजाफा कर दिया गया है। इस वृद्धि से खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के लोग परेशान हैं, जिन्हें अब अपने बिजली मीटर की टेस्टिंग कराने के लिए अधिक पैसे चुकाने पड़ेंगे।
इस मूल्य वृद्धि के विरोध में आज मध्य प्रदेश के कई जिलों में सौर विक्रेता ने काम बंद कर दिया और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। विदिशा, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत कई शहरों में कर्मचारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उपभोक्ताओं ने भी इस हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी नाराजगी व्यक्त की।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मीटर टेस्टिंग की कीमतों में यह भारी वृद्धि पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है और सरकार को इसे बिना किसी देरी के वापस लेना चाहिए। उनका यह भी आरोप है कि सरकार आम आदमी पर लगातार आर्थिक बोझ डाल रही है, जबकि उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही है।
सौर विक्रेता के एक नेता ने बताया कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है और इस मूल्य वृद्धि को वापस नहीं लेती है, तो वे आने वाले दिनों में और भी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है, जिससे प्रदेश में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।
फिलहाल, सरकार की ओर से इस हड़ताल और मूल्य वृद्धि को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इस गंभीर स्थिति पर क्या रुख अपनाती है और आम जनता को राहत देने के लिए क्या कदम उठाती है। इस बीच, प्रदेश के कई हिस्सों में बिजली सेवाओं के प्रभावित होने की खबरें भी आ रही हैं, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ रहा है।