
शहर में बंगाल की मुख्यमंत्री का पुतला जला, राष्ट्रपति शासन लगाने की हुई मांग.
शहर में बंगाल की मुख्यमंत्री का पुतला जला, राष्ट्रपति शासन लगाने की हुई मांग.
पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा संयुक्त रुप से आक्रोश रैली निकाली गई जो नगरनिगम चौक परिसर से प्रारम्भ होकर थाना चौक होते हुए पुनः नगरनिगम चौराहे पर ममता बनर्जी का पुतला जलाकर समाप्त हुई, इसके उपरांत स्थानीय सारण जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंप कर बंगाल की स्थिति से अवगत कराया गया.
विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रमुख आदित्य अग्रवाल ने रैली भ्रमण के दौरान बताया कि बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और वहां अविलंब राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए, यदि बंगाल की स्थिति पर नियंत्रण नहीं हुआ तो विश्व में भारत की नकारात्मक छवि बनकर सामने आएगी और इसकी जिम्मेवार सिर्फ बंगाल सरकार और ममता बनर्जी होंगी.
रैली में जय श्री राम और वन्दे मातरम के नारे भी बुलंद हुए.
हिंदू धर्म प्रचारक अरुण पुरोहित ने कहा कि बंगाल जल रहा है और वहां सत्ता में आसीन लोगों को इसकी कोई परवाह नहीं है, उन्हें सिर्फ अपने कुर्सी का लोभ है जिसके कारण बांग्लादेशी और रोहिंग्या का भी अवैध रूप से भारतीय पहचान बनवाकर उनका वोट हासिल किया जा रहा है.
मौके पर सुधाकर प्रसाद, सुमित, राजेश डाबर, अनुज कुमार, संजीव चौधरी अनेकों कार्यकर्ता गण और शहर के लोग भी अपनी स्वयं की मर्जी से आक्रोश रैली में सम्मिलित हुए.