
KGMU में बना अवैध मदरसा ध्वस्त, एक बीघा जमीन खाली, बनेंगे कई ऑफिस
लखनऊ के केजीएमयू में नेत्र रोग विभाग के पीछे अवैध निर्माण हटाया गया।
केजीएमयू प्रशासन ने टिनशेड डालकर बनाया गया मदरसा ध्वस्त कर दिया।
दो दिन चले अभियान में एक बीघा जमीन खाली कराई गई।
प्रशासन के अनुसार, यहां प्रशासनिक दफ्तर बनाए जाएंगे। केजीएमयू पूरे परिसर का सर्वे कराएगा।
लखनऊ: केजीएमयू में नेत्र रोग विभाग के पीछे मजार के आसपास शनिवार को शुरू हुआ ध्वस्तीकरण अभियान रविवार को भी जारी रहा। पुलिस की मौजूदगी में केजीएमयू प्रशासन ने टिनशेड डालकर बनाया गया अवैध मदरसा ध्वस्त करवा दिया।
इस तरह दो दिन के अभियान के बाद करीब एक बीघा जमीन खाली करवाई गई है।
केजीएमयू प्रशासन के मुताबिक, इस जमीन पर सीएमएस और एचआरएफ समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर बनाए जा सकते हैं। इसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है।
केजीएमयू के प्रवक्ता प्रो. केके सिंह ने बताया कि नेत्र रोग विभाग के पीछे टिनशेड डालकर जमीन कब्जा की गई थी।
कब्जेदारों ने दावा किया था कि यहां मदरसा है, लेकिन वे मदरसे का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिखा सके, न ही दावे के मुताबिक जमीन की मालियत के दस्तावेज दिखा सके।
ऐसे में चहारदीवारी और टिनशेड तोड़कर अवैध निर्माण जमींदोज कर दिया गया। हंगामे की आशंका पर पुलिस फोर्स भी तैनात रही। कार्रवाई के दौरान मजार या इसके आसपास के अस्थायी ढांचों को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
नेत्र रोग विभाग के पीछे जमीन खाली करवाने के बाद केजीएमयू प्रशासन ने पूरे परिसर का सर्वे करवाने का फैसला किया है।
केजीएमयू प्रवक्ता प्रो. केके सिंह के मुताबिक, पुरानी डेंटल बिल्डिंग, क्वीन मेरी, केजीएमयू गेट नंबर एक, गेट नंबर दो और इमामबाड़े की तरफ बने गेट के आसपास बड़े पैमाने पर अवैध कब्जा है। केजीएमयू की जमीन पर दुकानें और गैराज तक बने हैं।
सर्वे के बाद सिलसिलेवार तरीके से ये कब्जे हटवाए जाएंगे।