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शहर के सबसे व्यस्त और प्रमुख बड़े चौराहे पर सोमवार को एक दरोगा अनफिट वर्दी और बिना कैप के चालान करते हुए देखा गया। हैरानी की बात यह रही कि यह वही चौराहा है, जहाँ से अक्सर वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी गुजरते हैं।

शहर के सबसे व्यस्त और प्रमुख बड़े चौराहे पर सोमवार को एक दरोगा अनफिट वर्दी और बिना कैप के चालान करते हुए देखा गया। हैरानी की बात यह रही कि यह वही चौराहा है, जहाँ से अक्सर वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी गुजरते हैं।

स्थानीय लोगों और राहगीरों ने इस अनुशासनहीनता पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जो अधिकारी आम नागरिकों को नियम पालन के लिए दंडित करते हैं, वही जब खुद नियमों की अवहेलना करते हैं तो पूरे विभाग की छवि धूमिल होती है।
एक दुकानदार ने कहा, “अगर हम लोग हेलमेट न पहनें या गाड़ी के कागजात पूरे न हों तो फौरन चालान कर दिया जाता है। लेकिन खुद पुलिसकर्मी वर्दी तक सही से नहीं पहनते। यह दोहरा मापदंड बर्दाश्त के काबिल नहीं।”

बताते चलें कि पुलिस मैनुअल के अनुसार ड्यूटी के समय प्रत्येक पुलिसकर्मी को फिट वर्दी और पूरा गणवेश पहनना अनिवार्य है। इसमें कैप पहनना भी शामिल है। नियमों के अनुसार यदि कोई पुलिसकर्मी वर्दी अनुशासन का उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का प्रावधान है।
फिलहाल उच्च अधिकारियों की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि चर्चा है कि वरिष्ठ अफसरों ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है।

इस घटना ने एक बार फिर पुलिस महकमे के भीतर व्याप्त लापरवाही और अनुशासनहीनता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि क्या विभाग इस मामले में गंभीरता से कदम उठाता है या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।

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