किसानों का देरी के माध्यम से शोषण किया जा रहा है
आजकल डेरी कंपनियां किसानों का किसानों को पशुओं के द्वारा उत्पन्न दूध का कम रेट में देकर गांव से किसानों का दूध अपने माध्यम से एकत्रित करवरकर ज्यादा मुनाफा लेकर और उसमें से पोषक तत्वों को निकाल कर निकाल कर उसे दूध को अधिक दामों पर बेचते हैं तथा किसानों को कम रेट में पैसा देकर उनका शोषण करते हैं एवं गांव के भोले भाले किसने का भोले भंग गांव के भोले भाले किसानों का शोषण करते हुए धन उगाही कर ले रहे हैं साथ ही उनको शेयर का लालच देकर के उनके दूध के पैसे में से भी कटौती कर ले रहे हैं और शेयर के नाम पर कहते हैं कि डिविडेंड दिया जाएगा उसके बदले में डिविडेंड की जगह पर कुछ भी नहीं मिलता है बेचारे किसान परेशान होकर मजबूरी में डेयरी कंपनियों को दूध दे रहे हैं