
गायिका शिबानी कश्यप ने कहा- कलाकारों की आय का 50 फीसदी हिस्सा रॉयल्टी से हो,
शिवानी कश्यप ने फिक्की वर्ल्ड आईपी डे कार्यक्रम में कही बात
रिपोर्ट - अक्षय माहेश्वरी
नई दिल्ली। फिक्की ने नई दिल्ली में विश्व आईपी दिवस मनाया। इस बार कार्यक्रम की थीम 'आईपी एंड म्यूजिक: फील द बीट ऑफ आईपी' थी। इस आयोजन का मकसद भारत के तेजी से बढ़ते संगीत उद्योग को पहचान देना था। इसमें उन कलाकारों, म्यूज़िक कंपनियों और मंचों को सराहा गया जो देश की रचनात्मकता को आगे बढ़ा रहे हैं। साथ ही, इस मौके पर संगीत जगत से जुड़ी चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
इस मौके पर शिबानी ने कहा, "मैं ऐसा भविष्य देखना चाहती हूं, जहां रॉयल्टी कलाकार की आय का महत्वपूर्ण हिस्सा हो, कम से कम 50 फीसदी आय रॉयल्टी से और 50 फीसदी लाइव शो से आए, ताकि कलाकारों को आर्थिक मजबूती और पहचान दोनों मिल सके।" कार्यक्रम की शुरुआत मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देश में रचनात्मकता की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें सही दिशा और प्रोत्साहन देने की ज़रूरत है।
एक पैनल चर्चा में कई विशेषज्ञ शामिल हुए जिनमें अतुल चुरमानी, प्रमुख वकील प्रियांका खेमानी, फिल्म निर्देशक मयूर पुरी, प्रसिद्ध आईपी वकील प्रवीण आनंद, संजय टंडन और स्वतंत्र संगीतकार, बॉलीवुड गायिका-संगीतकार और लाइव परफ़ॉर्मर शिबानी कश्यप शामिल थे। इस चर्चा में बौइंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) की भूमिका और डिजिटल युग में कलाकारों को होने वाली समस्याओं पर विचार साझा किए गए। बॉलीवुड संगीत जगत का प्रतिनिधित्व करते हुए, शिबानी कश्यप ने फिक्की वर्ल्ड आईपी डे 2025 में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की रचनात्मक दुनिया में अहमियत पर बात की। इस अवसर पर उन्होंने कहा, "एक कलाकार के तौर पर मैं यह मानती हूं कि अपने साथी कलाकारों को आईपीआरएस (IPRS) जैसे संगठनों से जोड़ना जरूरी है, जिससे उनके काम की सुरक्षा हो सके और आय भी हो। रॉयल्टी के जरिए कलाकारों को वित्तीय सुरक्षा मिल सकती है, जैसे एक फिक्स्ड डिपॉजिट, साथ ही उन्हें उनके काम का सही श्रेय भी मिलता है।"