
राउरकेला पुलिस ने ढूंढ़ निकाला राजकुमारी का दुसरा बच्चा,राजकुमारी के पास ही मिला
बंडा़मुंडा़ थाना का बहुचर्चित विवाद ,राजकुमारी चौधरी प्रकरण का सच आज सामने आ ही गया। राजकुमारी चौधरी पत्नी प्रेमलाल चौधरी, निवासी तिलकानगर, जो बार बार थाने में जाकर यह आरोप लगा रही थी कि उसका देवर उसके बच्चे को उससे छीनकर लेगया और कहीं छुपाकर रखा है। आपको बतादें कि राजकुमारी चौधरी के दो ही बच्चे है, एक बेटी और एक बेटा। राजकुमारी चौधरी दिनांक 08.03.2021 को बंडामुंडा़ थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी (थानाकांड़ संख्या 35/2021)जिसमें उन्होने यह आरोप लगाया था कि उसका पति पांच महिना पहले उसे छोड़कर चला गया था, अचानक दिनांक 03.03.2021 को उसके देवर ने उसे फोनकर तिलकानगर बुलाया उस समय वह अपने मायके में थी। जब वह तिलकानगर आई तो उसका पति और दो देवरों ने उसके साथ मारपीट की और उसके बेटे को छीनकर ले गए।
जिसके बाद राजकुमारी स्थानीय थाना में जाकर बार बार अपने देवर पर यह झूठा आरोप लगाती रही कि उसका देवर उसके बेटे को अपने पैतृक आवास बिहार में छुपाकर रखा है। राजकुमारी के इस शिकायत को स्थानीय थाना गंभीरता से लेते हुए, राजकुमारी के देवर पर राजकुमारी के बेटे को छुपाकर रखने का आरोप लगाते हुए बच्चे को थाने में उपस्थित करने का दबाव बनाती रही पर राजकुमारी का देवर बार बार यही कहता रहा कि साहब बच्चा मेरे पास नहीं है मेरी भाभी मुझपर झूठा आरोप लगा रही है।
आखिरकार तंग आकर राजकुमारी का देवर उच्चाधिकारीयों की शरण में जाता है। राउरकेला पुलिस अधीक्षक नितेस वाधवानी के निर्देशन में जांच शुरू की जाती है, और जाँच में पता चलता है कि दोनो बच्चे राजकुमारी चौधरी के साथ ही है।
राउरकेला पुलिस अधीक्षक नितेस वाधवानी द्वारा राज्यमानवाधिकार आयोग में राजकुमारी चौधरी के देवर द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत मुकदमा संख्या 3717/2021 के जवाब में लगाई गई जाँच रिपोर्ट पत्र संख्या 563,दिनांक 17.02.2025 में इस बांत का खुलासा किया गया है कि बंडा़मुंडा़ थाना के पूर्व थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार दास और उप निरीक्षक सौम्य रंजन गिरी जब जांच के लिए राजकुमारी चौधरी के आवास पर गए तो पाया कि राजकुमारी चौधरी अपने दोनों बच्चों के साथ है।
इतना ही नहीं राजकुमारी चौधरी द्वारा बताए गए उसके पति के पैतृक आवस बिहार में होने की बात भी झूठी निकली पुलिस उपाधीक्षक आर.के.मिश्रा ने इसकी जांच की तो पाया कि राजकुमारी का ससुराल बिहार नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में है और यह बात भी झूठी निकली की राजकुमारी का पति पांच महिना पहले उसे छोड़कर चला गया था। दरअसल सच्चाई यह है कि उस वक्त राजकुमारी का पति अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार होने की वजह से भर्ती था। और उस वक्त राजकुमारी अपने पति की देखभाल करने के बजाए उसे छोड़कर भाग गयी थी ऐसे समय में जब पति को राजकुमारी की सख्त जरूरत थी वह उसे छोड़कर भाग गई इतना ही नहीं राजकुमारी ऐसे दुःख की घड़ी में अपना पत्नी धर्म निभाने के बजाए अपने पति और देवरों पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाती रही।पुलिस उपाधीक्षक राज किशोर मिश्रा ने अपनी जांच में इसका खुलासा किया है कि राजकुमारी चौधरी द्वारा बेटे के छीन जाने का झूठा मुद्दा बनाकर उसके देवर, देवरानी और पति पर अबतक 4 मुकदमें दर्ज कराए गए है।
पुलिस अधीक्षक के हाथ अस्पताल की पर्ची लग चुकी है।राजकुमारी का सारा झूठ सामने आ चुका है। अब देखना यह है कि पुलिस अधीक्षक द्वारा राजकुमारी चौधरी पर क्या कार्यवाही की जाति है।