
जेल प्रशासन की अनदेखी के चलते, मुलाकात करने पहुंचे लोग बुद बुद पानी के लिए परेशान ।
राजेश सोनी रीवा शहर
शहर का केंद्रीय जेल रीवा जो सुधार ग्रह है जहां कैदियों को उनकी सजा काटने के लिए व दूसरों अन्य जुर्म के लिए उनको वहां रखा जाता है व कई ऐसे कैदी है जिनको ता उम्र सजा है उनके परिजन यहां पर उनसे मुलाकात करने के लिए दूर-दूर से आते हैं कई ऐसे लोग हैं जो बेसहारा आशा है लोग अपने परियों से मिलने के लिए यहां पर जब आते हैं तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जहां इस भीषण गर्मी में लोग मिलने के लिए जब आते हैं तो इस भीषण गर्मी में बूंद पानी के लिए तरसते हैं ना उनके बैठने के लिए तीन सेट का छाया मनाया गया है और ना ही पानी की व्यवस्था के लिए अगर वाटर कूलर लगाया गया है तो वह भी यहां पर कई महीनो से खराब पड़ा हुआ है वह दूसरी जगह शौचालय के लिए जो स्थान बनाया गया है वह भी बंद पड़ा है जहां पर ताले लगे हुए हैं महिलाओं को सोच के लिए दूर दराज हुआ बड़ी ही असमंजस स्थितियों में जाना पड़ता है पानी के लिए तो लोग भटकते हैं मजबूरन यहां पर पानी खरीदने के लिए होना पड़ता है क्या महिलाओं के लिए टॉयलेट के दरवाजे बंद रखना उचित है जो दुर्धरा से मिलने आते हैं उन्हें पेयजल के लिए भटकना पड़ता है केंद्रीय जेल प्रशासन इसकी ओर ध्यान न देकर लोगों की समस्याएं और बढ़ा रहा है जबकि केंद्रीय प्रशासन को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए वह वाटर कूलर को ठीक करा कर मिलने आ रहे परिवार जनों को शुद्ध हुआ ठंडा पिया जल प्रदान हो इसके लिए उन्हें प्रयास करना चाहिए जिससे किउन्हें दूर दराज भटकना न पड़े और महिलाओं को सुलभ कंपलेक्स या सो व्यवस्था के लिए दूर न जाना पड़े