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#सुजानगढ़ मे पहली बार मरणोपरांत नेत्रदान..

राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ नया बाजार निवासी बुजुर्ग महिला जुगजीवनी देवी धर्मपत्नी स्व फतेहचंद रेनीवाल की बुधवार शाम ह्रदयघात से मृत्यु होने पर उनके सुपुत्र मनोज रेनीवाल ने अपनी माँ के नेत्रदान की इच्छा प्रेरक टीम हारे का सहारा संयोजक श्याम स्वर्णकार को जताई इस पर स्वर्णकार ने सरदारशहर स्थित नेत्र संग्रहण केंद्र से संपर्क किया. रात करीब 12 बजे डॉ रविंद्र कुमार के नेतृत्व मे टीम सुजानगढ़ स्थित उनके घर पहुंची तथा नेत्र संग्रहण किया. स्वर्णकार ने बताया कि सम्भवतः किसी की मृत्यु होने पर घर से नेत्र संग्रहण कर ले जाना क्षेत्र का पहला मामला है तथा इससे बाक़ी लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी और लोगों के मन मे जो भ्रान्ति है वो भी दूर होगी तथा साधारण मृत्यु पर 8 घंटे के अंदर नेत्र संग्रहण होना जरूरी होता है. मृतक बुजुर्ग महिला के सुपुत्र मनोज रेनीवाल ने कहा कि मेरी माँ के नेत्रदान से दो लोग दुनिया देख पाएंगे तथा मरणोपरांत भी माँ की आंखे ज़िंदा रहेगी, उन्होंने बाक़ी लोगों से भी ऐसा होने पर परिजनों का नेत्रदान जरूर करे. ज्ञात रहे कि मनोज रेनीवाल नाइजीरिया प्रवासी है तथा सुजानगढ़ मे वृद्धाश्रम भी चलाते है तथा सामाजिक कार्यों मे भी अग्रणी है.नेत्र दानी मृतक महिला के मनोज रेनीवाल के अलावा एक पुत्र CRPF मे सब इंस्पेक्टर है तथा एक पुत्री लेक्चरर है।

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