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दुग्ध डेयरी संचालक पर किसानों और संकलन कर्ताओ को लूटने का आरोप,

तहसीलदार को ज्ञापन सौंप दिया तीन दिन का अल्टीमेटम संचालक शुभम अग्रवाल पर कार्यवाही की मांग

(पत्रकार मुकेश घोड़ेश्वर की रिपोर्ट)

मध्य प्रदेश बालाघाट (खैरलांजी) _तहसील क्षेत्र में वर्षों से अन्य प्रदेशों के डेयरी संचालक अपना अलग अलग फर्म खोलकर व्यापार कर रहे है। क्षेत्र के किसान और दुग्ध संकलन कर्ता द्वारा इन संचालकों के संकलन केन्द्र पर दूध लाकर दिया जाता है। लेकिन देखने में आ रहा है कि कई दुग्ध डेयरी वाले समय पर किसानों का भुगतान नही करते और जब कोई दूध का भुगतान मांगने जाता है तो उसे डेयरी संचालक द्वारा डराया धमकाया जाता है। कुछ संकलन कर्ता के साथ यह लोग अभद्रता कर मारपीट भी करते है। जिससे किसानों में डेयरी संचालको के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। डर के मारे या भुगतान फंसा होने के कारण अन्य किसान जरूर खुलकर विरोध नही कर रहे है। लेकिन बताया जाता है कि ऐसे बहुत से किसान हैं जो इन लोगों के तानाशाही रवैए से परेशान है। इस संबंध में डेयरी संचालक शुभम अग्रवाल निवासी तुमसर महाराष्ट्र के खिलाफ पीड़ित किसान और दुग्ध संकलन कर्ताओ ने दिनांक 29/04/25 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम) के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाते हुए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। सभी का कहना है कि तीन दिन के अंदर कार्यवाही नही होती है तो क्षेत्र की सभी डेयरियों के सामने किसानों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होंगी। शिकायत की प्रतिलिपि कलेक्टर,तहसीलदार और थाना प्रभारी को भी दी गई। इस संबंध में तहसीलदार छवि पंत से मोबाईल फोन पर बात करने का प्रयास किया गया है उनसे संपर्क नही हो पाया।

मेरे साथ की गई डेयरी संचालक द्वारा मारपीट मुन्नालाल

पीड़ित किसान मुन्नालाल पगरवार निवासी येरवघाट ने बताया कि वह किसानों से दूध संकलित कर शुभम अग्रवाल निवासी तुमसर महाराष्ट्र के दूध संकलन केन्द्र जोड़ा पाट कटंगी में लेकर जाता है। दूध का भुगतान पहले समय पर करता था लेकिन अभी कुछ महीनों से वह नाटक कर रहा है और उसका लगभग राशि 71656 रुपये का भुगतान आज तक नही किया गया। जब बोला तो अभद्रता करते हुए उसके साथ मारपीट की गई। जिसके बाद उसके द्वारा परेशान होकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई जा रही है।


डेयरी संचालक पर आरोप

दुध की का मूल्य कम दिया जाता है। राशि का भुगतान पूरा नही किया जाता और यदि किसान अपनी राशि के लिए आवाज उठाता है तो डेयरी संचालक द्वारा मारपीट की जाती है। डेयरी संचालक द्वारा शासन के नियम विरुद्ध दुग्ध खरीदी की जाती है। जिससे शासन को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। शिकायत कर्ताओं में देवेन्द्र लिल्हारे, विनोद मसखरे, घनश्याम बागड़े, मन्नालाल पगरवार,जितेश पगरवार, भागचंद अमूले,रामप्रसाद,लुकेश राहंगडाले,रमेश अमूले,देवराज पटले, विशाल एड़े,प्रहलाद लिल्हारे, दयानंद लिल्हारे, राजेश राहंगडाले,मदनलाल कटरे,रामसिंह पटले,हसंराज रावतकर, रवि राहंगडाले,सुरेन्द्र राहंगडाले, गौरीशंकर बिसेन,युगल हरिनखेड़े शामिल है


इनका कहना है।

मुन्नालाल पगरवार चोरी का दूध संकलित करते हुए पकड़ा गया था। डेयरी के वर्कर जो दूध गाड़ी में चलते है वे लोग मुन्नालाल को दूध बेचकर पेमेंट रख लेते थे। मुन्नालाल खुद बताए कि वह किन किन किसानों से दूध संकलित करता था। दूध के रेट जैसे अन्य लोग दे रहे है वैसे ही मै दे रहा हूं। मेरा रेट कम है तो किसान किसी दूसरे को भी दूध विक्रय कर सकते है। प्लांट का संचालन शासन के नियम के अनुसार किया जा रहा है। मेरी यह गलती है कि मेरे द्वारा इस संबंध में वर्कर और मुन्नालाल के खिलाफ थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई।
शुभम अग्रवाल दुग्ध संकलन केन्द्र संचालक तुमसर


किसान ज्ञापन देने नही पहुंचे। तहसीलदार का पत्र प्राप्त हुआ है। उसके आधार पर हमने संबंधित व्यक्ति को बुलाया है। वह दो दिन बाद थाने आने की बात कहा है।

रामसिंह पटेल थाना प्रभारी खैरलांजी।

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