3 वर्ष 4 माह की वियाना ने लिया संथारा, 10 मिनट में निधन
इंदौर की एक जैन परिवार की 3 वर्ष 4 माह की बच्ची 'वियाना' के बारे में बताया गया है, जिसने धार्मिक अनुष्ठान 'संथारा' लिया। संथारा एक जैन परंपरा है जिसमें व्यक्ति जीवन के अंतिम समय में स्वेच्छा से भोजन और पानी त्याग देता है।*वियाना* को ब्रेन ट्यूमर था, जिसकी जानकारी जनवरी में मिली। 9 जनवरी को उसे मुंबई ले जाया गया और 10 जनवरी को ऑपरेशन भी हुआ। कुछ समय के लिए वह ठीक रही, लेकिन मार्च के तीसरे सप्ताह में फिर से तबीयत बिगड़ने लगी।21 मार्च को *वियाना को, पूज्य गुरुदेव अभिग्रहधारी डॉ राजेश मुनि महाराज* के पास ले जाया गया, जहां पारंपरिक तरीके से वंदना की गई। *राजेश मुनि* ने कहा कि बच्ची के लिए एक रात भी गुजारना मुश्किल है, इसलिए उसे *संथारा करा देना चाहिए*। माता-पिता, नाना-नानी और अन्य परिजनों ने इसकी स्वीकृति दी।*गुरुदेव ने संथारा की पूरी प्रक्रिया कराई,* और संथारा लेने के *10 मिनट बाद वियाना का निधन हो गया।*30 अप्रैल 2025 को इसका नाम गोल्डन बुक ऑफ पॉलिटिकल में शामिल किया गया( *गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड )**पूज्य गुरुदेव ने अभी तक 108 संथारे के प्रत्याखयान करा दिए हैं*