
एक शाम लखदातार के नाम : खतौली में खाटू श्याम भजन संध्या का भव्य आयोजन, भक्तिमय हुआ माहौल
खतौली (मुजफ्फरनगर), 3 मई – खतौली के आर्य पार्टी लॉन में गत रात्रि “एक शाम लखदातार के नाम” के अंतर्गत एक विशाल खाटू श्याम भजन संध्या का आयोजन अत्यंत धूमधाम एवं श्रद्धा भाव से किया गया। यह आयोजन क्षेत्र के भक्तों और श्याम प्रेमियों के लिए एक दिव्य और भव्य अनुभव रहा, जिसमें हजारो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य जजमान दीपक गोयल व आयुष गोयल (गुप्ता गैस एजेंसी) रहे। शुभारंभ उमा गोयल द्वारा मंत्रोच्चारण और ज्योति प्रज्वलन के साथ किया गया, जिससे सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया। आयोजन के दौरान जगह-जगह फूलों की सजावट, रंग-बिरंगे विद्युत बल्बों व आकर्षक मंच ने सभी श्रद्धालुओं का ध्यान खींचा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में कई गणमान्य व्यक्तित्व शामिल हुए। जिनमे विधान परिषद सदस्य एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल, स्वतंत्र प्रभार मंत्री (कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा) कपिल देव अग्रवाल, मेरठ-सहारनपुर मंडल एमएलसी श्रीचंद शर्मा, और पूर्व विधायक विक्रम सिंह सैनी ने मंच की शोभा बढ़ाई। विशेष अतिथि के रूप में खतौली उपजिलाधिकारी मोनालिसा जोहरी, क्षेत्राधिकारी राम आशीष यादव, खतौली कोतवाल बृजेश कुमार शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय व्यापार मंडल अंकुर सिंघल, जय हनुमान ग्रुप के एमडी वैभव जैन, एवं निवर्तमान विधायक प्रतिनिधि पंकज भटनागर शामिल रहे। कार्यक्रम की भजन संध्या में देशभर से आए ख्यातिनाम भजन गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। हरियाणा से मोना मेहता, चुलकाना धाम से प्रिंस गर्ग, दिल्ली से ट्विंकल शर्मा और शिवम इंटरनेशनल ग्रुप, दिल्ली ने अपने सुमधुर भजनों से भक्तों का मन मोह लिया। उनके स्वर, ताल और भक्ति ने समूचे पंडाल को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम में शिवम अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा, साथ ही आयोजन को सफल बनाने में संजय सिंघल, अमरीश कुमार, निशु सिंघल, राजीव शर्मा आदि ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। श्रद्धालुओं के लिए श्याम रसोई की विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसमें मधुर एवं स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। सभी भक्तों ने शांतिपूर्वक भजनों का आनंद लिया और प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के दौरान श्याम बाबा की भव्य झांकी और आरती ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण रहा, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक एकजुटता और संस्कृति के संरक्षण का भी प्रतीक बनकर उभरा। आयोजकों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि समाज में भक्ति और सेवा की भावना जागृत हो। “एक शाम लखदातार के नाम” सचमुच श्याम प्रेमियों के लिए एक यादगार संध्या सिद्ध हुई।