
चार साल से बंद है यात्री प्रतीक्षालय !
कब खुलेगा ताला?
चार साल से बंद है यात्री प्रतीक्षालय
चार साल से बंद है यात्री प्रतीक्षालय खबर हैरान करने वाली है। लेकिन सच है। यकीन नहीं तो देवगढ़ चौक सोनतराई चले जाइए।दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
जी हां, यहां जब हमने यात्री प्रतीक्षालय में ताला लटका हुआ पाया तो हमसे रहा नहीं गया। हमने सामने गुमटी वाले से पूछा तो उसने बताया कि ये यात्री प्रतीक्षालय तो जब से बना है तब से खुला ही नहीं है। इसमें ताला किसने लगाया है?
हमने पूछा तो जवाब मिला, जिसने इसे बनवाया। किसने बनवाया? उत्तर मिला,नरेश।
हमने सोनतराई पंचायत सचिव से फोन पर पूछा। देवगढ़ चौक में प्रतीक्षालय कब से बना है? उसने बताया लगभग चार साल हो गए।
हमने कहा प्रतीक्षालय है तो इसे खुला रहना चाहिए लेकिन बंद है। क्यों?
जवाब में मैडम ने जो खुलासा किया वह और भी चौंकाने के लायक था। उसने बताया की प्रतीक्षालय की चाबी नरेश अपने पास रखता है। प्रतीक्षालय बनवाने के बाद आज तक उसने हैंड ओवर ही नहीं किया है।
4-5 साल पहले बना हुआ प्रतीक्षालय बंद हो तो जाहिर है कई
सवाल मन में उठेंगे। और उसके ऊपर किसी और का नीजी मकान बन रहा हो तो माथा चकराना भी स्वाभाविक है। ऐसे में हमने वहां खड़े लोगों से पूछा कि इसके ऊपर मकान कौन बनवा रहा है ? तो हमें उत्तर मिला कि जिसकी जमीन है वही प्रतीक्षालय के ऊपर अपना मकान बनवा रहा है।
पता चला जमीन देवगढ़ के सीताराम पटेल की है और उसी के द्वारा प्रतीक्षालय के ऊपर अपना मकान बनाया जा रहा है। पता चला सीताराम पटेल पूर्व विधायक एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के रिश्तेदार भी है। मामला पेचीदा हो रहा था।
आखिर हमने नरेश बघेल का फोन नंबर ढूंढ ही लिया। संपर्क करने पर उसने बताया कि प्रतीक्षालय को खुला रखने से भीतर में लोग गंदगी कर देते हैं इसलिए उस पर ताला लगा के रखते हैं। उसने बताया कि जब कभी कोई मीटिंग रखना होता है तो वही मीटिंग करते हैं उस समय ताला खुलता है।
हमने नरेश बघेल से कहा कि जब प्रतीक्षालय है तो उसे खुला ही रखना चाहिए आने जाने वाले यात्रियों को धूप या बारिश में इसकी जरूरत पड़ती है। तो उन्होंने प्रतीक्षालय को खुला रखने के कई नुकसान गिना दिए।
अंततः हमने कहा कि प्रतीक्षालय है तो उसे खुला रखना ही चाहिए।
और इस पर को राजी हो गए। प्रतीक्षालय के ऊपर नीजी मकान बनाने के संबंध में जब हमने पूछा तो उन्होंने बताया कि जिस समय सीताराम पटेल के द्वारा प्रतीक्षालय के लिए जमीन दान में दी गई उसी समय उसमें लिखा गया था कि प्रतीक्षालय की लंबाई चौड़ाई एवं ऊंचाई जितनी है उतनी ही दान में दी गई है ।उसके अलावा छत के ऊपर की जमीन पर जमीन मालिक का ही अधिकार होगा।
पंचायत सचिव ने आन रिकॉर्ड कुछ भी कहने से मना कर दिया। लेकिन उसने नरेश बघेल पर आरोप लगाया कि प्रतीक्षालय बनवाने के बाद आज तक उसे पंचायत को हैंड ओवर नहीं किया गया है ।उसकी चाबी स्वयं रखता है।
अब देखने वाली बात ये होगी कि संबंधित विभाग प्रतीक्षालय को यात्रियों के लिए खुलवातआ है या चार सालों से जैसे बंद है वैसे ही हमेशा बंद रहता है । या किसी दिन किसी के कब्जे में चले जाने की खबर बनने तक का इंतजार करता है।
सीतापुर से सुनील गुप्ता की रिपोर्ट