
ग्राम दसापाल की एक ईसाई महिला की न्याय की पुकार
*ग्राम दसापाल की एक ईसाई महिला की न्याय की पुकार — #भीम #आर्मी #भारत #एकता #मिशन #छत्तीसगढ़ #बस्तर ने दिया साथ...*
ग्राम दसापाल की एक विधवा ईसाई महिला अपने पति के निधन के बाद एक अत्यंत पीड़ादायक परिस्थिति का सामना कर रही है। उसका दुख सिर्फ अपनों को खोने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब वह अपने दिवंगत पति के शव को सम्मानपूर्वक दफनाने के लिए प्रशासन से जमीन की मांग कर रही है। वर्षों से इस क्षेत्र में निवास करने के बावजूद उसे आज अपने धर्म और पहचान के कारण दफनाने के लिए जगह नहीं मिल रही है, जो कि एक गंभीर सामाजिक और प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है।
इस अत्याचार और उपेक्षा के खिलाफ आवाज़ उठाई है भीम आर्मी के बस्तर संभागीय अध्यक्ष सुयल कुमार नाग बस्तर उपाध्यक्ष जोन नाथ बस्तर जिला अध्यक्ष मनोहर दास मानिकपूरी मुस्लिम समज से मौसीन खान बस्तर जिला परिसंग अध्यक्ष महेश बघेल ने न सिर्फ महिला से मुलाकात कर उसे सांत्वना दी, बल्कि प्रशासन के सामने उसकी मांग को मजबूती से रखा। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को उसकी धार्मिक पहचान के कारण अंतिम संस्कार के अधिकार से वंचित करना संविधान के मूलभूत सिद्धांतों का उल्लंघन है।
भीम आर्मी भारत एकता मिशन के बस्तर संभागीय अध्यक्ष सुयल कुमार नाग ने यह स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन जल्द से जल्द महिला को अंतिम संस्कार हेतु भूमि उपलब्ध नहीं कराता, तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन की राह पर चलेगा। यह सिर्फ एक महिला का मामला नहीं है, यह मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों का प्रश्न है।
सवाल उठता है कि क्या एक विधवा को अपने पति को अंतिम विदाई देने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा? क्या हमारा समाज इतना असंवेदनशील हो गया है कि मृतक की आत्मा की शांति के लिए भी इंसाफ मांगना पड़े?
भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने यह संदेश दिया है कि वे हर पीड़ित, शोषित व्यक्तियों के साथ हमेशा मजबूती के साथ खड़े रहेंगे।🙏🙏 हर कठिन समय में भीम आर्मी हमेशा आपके साथ खड़ा है भारत का संविधान हमारे लिए सर्वपरी है! इंकलाब जिंदाबाद जय भीम जय संविधान 💪💪
ग्राम दसापाल की एक ईसाई महिला को अपने पति के शव को दफनाने के लिए जमीन नहीं मिल रही है, जो एक गंभीर सामाजिक और प्रशासनिक मुद्दा है। भीम आर्मी भारत एकता मिशन छत्तीसगढ़ ने इस महिला की न्याय की पुकार को सुना और प्रशासन के सामने उसकी मांग को मजबूती से रखा।
भीम आर्मी के बस्तर संभागीय अध्यक्ष सुयल कुमार नाग ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन जल्द से जल्द महिला को अंतिम संस्कार हेतु भूमि उपलब्ध नहीं कराता, तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन की राह पर चलेगा। यह मामला न केवल एक महिला का है, बल्कि मानवता, धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों का प्रश्न है।
भीम आर्मी ने यह संदेश दिया है कि वे हर पीड़ित और शोषित व्यक्ति के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और संविधान की रक्षा करेंगे।