देभभक्त और सनातनी होने के कारण मैं अभी तक जिस जाति जनगणना का विरोध कर रहा था, अब उसका समर्थन कैसे करूं ?
देभभक्त और सनातनी होने के कारण मैं अभी तक जिस जाति जनगणना का विरोध कर रहा था, अब उसका समर्थन कैसे करूं ?मैं ब्राह्मण जाति का हूं, दुनिया जानती है कि हम लोग सदैव अपने प्रतिभा के बल पर आगे रहे हैं। जातिगत जनगणना से हमारा कोई लेना-देना नहीं था, तब भी हम इसका विरोध करते रहे। क्योंकि मुझे लगता था कि इस सरकार का साथ अगर हम नहीं देंगे तो कौन देगा। मगर अब लगता है कि मोदी ही हमारा असली शत्रु है।इस आदमी के कारण हम लोगों ने अपने घर वालों से, रिश्तेदारों से दुश्मनी ली। मगर इस आदमी ने हम ही लोगों के पीठ में छूरा घोंप दिया।इस सरकार की नीतियों के कारण हमारे घर के कई बच्चे यहां तक कि मेरा बेटा भी बेरोजगार है, मगर हमने तब भी इस सरकार का कभी विरोध नहीं किया। अपनी सरकार समझकर हमने कभी महंगाई और भ्रष्टाचार पर आवाज नहीं उठाई।राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान जब वेद-शास्त्र, पोथी-पुराण को ताक पर रखकर अधूरे मंदिर को खोला गया, तब भी हम लोग मोदी का बचाव ही करते रहे। इसके नेताओं ने सनातन के सबसे बड़े प्रतिनिधि शंकराचार्य को अपमानित करवाया, तब भी हम लोग चुप रहें।मगर अब ये चुप रहने का समय नहीं है। अगर हम चुप रहें तो ये ब्राह्मण विरोधी लोग हमारे ऊपर चढ़कर पेशाब करेंगे। जाति जनगणना की आड़ में ये लोग हमारे बच्चों की जिंदगी बर्बाद कर देंगे। सभी ब्राह्मण भाइयों जागिए और आस्तीन के सांप को दूध पिलाने की जगह उसका फन कुचलिए। अगर अभी नहीं उठे तो बड़े नुकसान के लिए तैयार रहिए। मोदी को सबक सिखाना होगा।