
निशात, श्रीनगर: बकरवाल जनजाति की 45 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और मारपीट के बाद मौत — इंसाफ की मांग तेज, AHP नेता वी. के. शर्मा की कड़ी प्रतिक्रिया
श्रीनगर के निशात इलाके में बकरवाल जनजाति से संबंध रखने वाली एक 45 वर्षीय महिला, जो पाँच बच्चों की मां थी, के साथ एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आरोप है कि चार लोगों ने पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और फिर बेरहमी से उसकी पिटाई की, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज की संवेदनशीलता पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है।
AHP (अखिल हिंदू परिषद) के वरिष्ठ नेता वी. के. शर्मा ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा:
"यह एक जघन्य अपराध है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। एक आदिवासी महिला के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर देना, यह केवल महिला के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी बकरवाल जनजाति और आदिवासी समुदाय के खिलाफ अपराध है। सरकार को तत्काल दोषियों को गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सख्त से सख्त सजा दिलानी चाहिए।"
उन्होंने प्रशासन से पूछा:
"क्या आदिवासी और गरीब तबके की महिलाओं की जान की कोई कीमत नहीं है? क्या उनके साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार अब सामान्य होता जा रहा है? अगर समय रहते न्याय नहीं मिला, तो हम पूरे देश में जन आंदोलन करेंगे।"
वी. के. शर्मा ने यह भी कहा: AHP पीड़िता के परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर प्रकार की कानूनी और सामाजिक सहायता प्रदान करेगी। हम चाहते हैं कि इस केस की निष्पक्ष जांच हो, और पीड़िता को न्याय मिले।
उन्होंने मानवाधिकार संगठनों, महिला आयोगों, और समाज के जागरूक नागरिकों से अपील की कि वे इस मामले को नजरअंदाज न करें और संगठित होकर न्याय की मांग करें।