बे-मौसम वर्षात ओर ओलों के आने से छबड़ा कस्बे ओर ग्रामों में जनजीवन हुआ,प्रभावित।
छबड़ा:5 मई,राजस्थान धड़कन न्यूज,शंकर लाल नागर,बगुला मुखी जयंती,मनाई,माता की,की मानसिक पूजा, सोमवार को छबड़ा कस्बे में सवा घण्टे तक बे-मौसम वर्षात का दौर 11.00 से जारी रहा,समाज सेवी सतीश शर्मा के अनुसार,10.45 तक सब कुछ क्षेत्र में सामान्य था,अचानक आसमान में काली बादली प्रकट हुई,जिसने धीरे-धीरे सूरज की धूप को अपने आगोश में लेना शुरू किया,थोड़ी देर में ही 11.00 बजते-बजते,तूफान ओर आंधी ने भी अपना रौद्र रूप धारण कर लिया,तेज हवाओं के साथ बरसात का दौर शुरू हुआ।पानी के,साथ में ओलों नें भी धरती का आंगन सफेद कर दिया,वर्षात का सिलसिला सवा दो घण्टे तक जारी रहा।सोमवार,बेसाक शुक्लपक्ष 8 मीं का शादी-विवाह का सावा होने से लोगो को गतव्य स्थल तक आने-जाने में परेशानी हुई,छबड़ा क्षेत्र में सम्पर्क सड़कों के हालात,खराब होने से सड़को के गड्डो में पानी भर गया,कई दुपहिया वाहन धारी,फिसलन होने से गड्डो में गिरते-गिरते घायल होने से बचे।शादी-विवाह में जाने वाले वाहनों के टायरों में गिट्टी,मिट्टी लगने से पंचर हो गए,जिससे वो समय पर कार्यक्रमों में नही पहुंच पाए,बे-मौषम वर्षात से क्षेत्र में पड़ रही भयंकर गर्मी से जरूर थोड़ी राहत मिली,लेकिन बिजली गुल होने से लोग घरों में उमस के शिकार हुए।आकस्मिक वर्षात से अब आगे के दिनों पड़ेगी भयंकर गर्मी,होगी उमस ओर गड्डो में भरे गन्दे पानी से वाष्प बनेगी,उमस भरी गर्मी से लोगों को पसीना आने से मौषम की नमी से शरीर मे चिपचिपाहट होगी,जिन लोगों को श्वांस,खांस,दमे की बीमारी या शरीर में सर्द,गर्म की तासीर होगी उन लोगों,को आगामी दिनों बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।सोमवार को आयी,आंधी ओर वर्षात से खेतों ओर ग्रामों में लगे टेण्ट उखड़ गये,खुले में पड़े,गेंहू,चनें,लहसुन के खराब होने का अंदेशा बड़ गया है।विवाह स्थल पर भोजन व्यवस्था भी प्रभावित हुई।समाचार लिखे जाने तक रुक-रुक कर हल्की वर्षा का गर्जन,तर्जन के साथ, दौर जारी रहा।लेकिन पानी से फिलहाल की ठण्डक से मौषम सुहाना होने से लोगभाग भी भीगे वस्त्रों में ही शादी-विवाह के स्थलों पर,अपने सामाजिक बन्धनों,रस्मों,रिवाजों को निभाने हेतु कठिन समय मे भी जाते देखे गये।पृथ्वी पर कठिन समय मे भी जीवन रुकता नही,वास्तव में यही मानव के प्रकृति पर विजय का प्रतीक है।