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मतदाता पहचान पत्र V/S आधार कार्ड!

मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card) और आधार कार्ड दोनों ही भारत में व्यक्ति के पहचान पत्र के रूप में वैध और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं, लेकिन उनके उद्देश्य और उपयोग में कुछ अंतर हैं:
मतदाता पहचान पत्र (EPIC - Electoral Photo Identity Card):
* उद्देश्य: यह मुख्य रूप से मतदान के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए जारी किया जाता है और यह भारतीय नागरिकता का प्रमाण है। इसे भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) जारी करता है।
* नागरिकता का प्रमाण: हाल ही में केंद्र सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि भारतीय नागरिकता के प्रमाण के रूप में अब केवल मतदाता पहचान पत्र या पासपोर्ट को ही मान्य माना जाएगा। आधार कार्ड, पैन कार्ड और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज नागरिकता के वैध प्रमाण नहीं माने जाएंगे।
* पहचान के रूप में: मतदान के समय और कई अन्य सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं के लिए यह एक वैध पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया जाता है।
आधार कार्ड (Aadhaar Card):
* उद्देश्य: यह भारत में निवास करने वाले किसी भी व्यक्ति को एक विशिष्ट पहचान (12 अंकों की संख्या) प्रदान करता है, चाहे वह नागरिक हो या नहीं। इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) जारी करता है।
* नागरिकता का प्रमाण नहीं: आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह निवास का प्रमाण है।
* पहचान के रूप में: यह सबसे आम और व्यापक रूप से स्वीकार किए जाने वाले पहचान पत्रों में से एक है। बैंक खाता खोलने, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने, मोबाइल कनेक्शन लेने आदि जैसे कई कार्यों में इसका उपयोग होता है।
* बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण: इसमें बायोमेट्रिक डेटा (फिंगरप्रिंट और आइरिस) भी शामिल होता है, जिससे यह एक मजबूत पहचान प्रमाण बनता है।
मुख्य अंतर और संबंध:
* नागरिकता बनाम निवास: मतदाता पहचान पत्र भारतीय नागरिकता का प्राथमिक प्रमाण है, जबकि आधार कार्ड केवल निवास का प्रमाण है।
* अनिवार्यता: चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि आधार संख्या प्रस्तुत न कर पाने के कारण किसी भी मतदाता को पंजीकरण से वंचित नहीं किया जाएगा या उसका नाम मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा। यदि आधार उपलब्ध न हो तो वैकल्पिक पहचान दस्तावेजों का उपयोग किया जा सकता है। हालाँकि, मतदाता पहचान पत्र को आधार से जोड़ने के प्रयास चल रहे हैं ताकि फर्जी मतदाताओं को रोका जा सके और चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जा सके।
* उपयोगिता: दोनों दस्तावेजों की अपनी-अपनी उपयोगिता है और वे विभिन्न उद्देश्यों के लिए वैध पहचान पत्र के रूप में कार्य करते हैं।
संक्षेप में, दोनों दस्तावेज़ व्यक्ति की पहचान स्थापित करने में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन मतदाता पहचान पत्र मुख्य रूप से नागरिकता और मतदान के अधिकार से जुड़ा है, जबकि आधार कार्ड एक सार्वभौमिक पहचान संख्या है जो निवास को प्रमाणित करती है और कई अन्य सेवाओं के लिए उपयोगी है।

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