
विकसित कृषि संकल्प अभियान: कृषि विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार द्वारा किसानों को मिला खरीफ फसलों की बुआई पूर्व प्रशिक्षण
विकसित कृषि संकल्प अभियान: कृषि विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार द्वारा किसानों को मिला खरीफ फसलों की बुआई पूर्व प्रशिक्षण
जयबीर सिंह ब्यूरो रिपोर्ट कोटकासिम (अलवर), राजस्थान
कोटकासिम। कृषि विभाग की पहल विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कोटकासिम तहसील के ग्राम पंचायत झाड़का, नांगल सालिया, एवं तिगांव में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 635 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को खरीफ फसलों की बुआई से पहले की समुचित जानकारी प्रदान करना एवं केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करना था।
*मुख्य बिंदु एवं जानकारी*
*🔹 खरीफ फसलों की बुआई पूर्व सलाह*
*कृषि विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार* ने किसानों को भूमि की तैयारी एवं बीज उपचार पर बल देते हुए वैज्ञानिक विधियों से बुआई की सलाह दी। उन्होंने बुआई से पूर्व मृदा परीक्षण कराने और प्रमाणित बीजों का उपयोग करने की आवश्यकता बताई।
*🔹 केंद्र सरकार की योजनाएं*
किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना एवं किसान मानधन योजना जैसी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई और इनसे जुड़ने की प्रक्रिया समझाई गई।
*🔹 राज्य कृषि विभाग की योजनाएं*
विभाग के अधिकारियों ने किसानों को फार्म पौंड निर्माण, तारबंदी अनुदान, कृषि यंत्र सब्सिडी, सिंचाई पाइपलाइन योजना और जैविक गोवर्धन योजना की उपयोगिता और आवेदन प्रक्रिया बताई।
*🔹 पशुपालन विभाग की भूमिका*
पशुपालन विभाग ने किसानों को पशुओं में सामान्य रोग, संक्रमण से बचाव, टीकाकरण एवं संतुलित आहार के महत्व पर जानकारी दी, जिससे पशुधन का संरक्षण और उत्पादन बेहतर हो सके।
🔹 *कृषि उपज मंडी की योजनाएं*
मंडी अधिकारी ने कृषक उपहार योजना एवं कृषक दुर्घटना बीमा योजना की जानकारी दी, जिससे किसानों को आपात स्थिति में आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके।
*🔹 इफको के उर्वरक उत्पाद*
इफको अलवर के प्रतिनिधि द्वारा किसानों को नैनो डीएपी, नैनो यूरिया एवं सागरिका उत्पादों का उपयोग बीज उपचार व फसल छिड़काव हेतु करने की जानकारी दी गई, जो कि आधुनिक व किफायती कृषि उत्पादकता बढ़ाने में सहायक हैं।
*अभियान का उद्देश्य*
विकसित कृषि संकल्प अभियान का मुख्य उद्देश्य किसानों को खरीफ फसलों की पूर्व तैयारी, वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना है। इस अभियान से किसानों को फसल की गुणवत्ता एवं उत्पादकता में सुधार, साथ ही आर्थिक सशक्तिकरण में भी सहायता मिलेगी।