महान संत, समाज सुधारक एवं कवि संत कबीरदास जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।
उन्होंने अपनी सरल लेकिन तीव्र वाणी से अंधविश्वास व पाखंड जैसी सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया तथा 'सत्य, प्रेम व सेवा' को जीवन का मूल मंत्र बताया।
कबीरदास जी की वाणी आज भी मानवता के पथ पर प्रेरणा देती है।
Sunil morya