
दिलवाले डॉक्टर का खुलासा....
फर्जी दिलवाले डॉक्टर का खुलासा....
फर्जी डिग्री पर दिल का इलाज, तीन मरीजों की मौत! बीके अस्पताल में चल रही थी मौत की दुकान!
फरीदाबाद – एक सनसनीखेज खुलासे में शहर के नामी Mediterina Heart Centre (बी.के. अस्पताल) का चेहरा बेनकाब हो गया है, जहां पर नकली डॉक्टर के जरिए हृदय रोगियों का इलाज कराया जा रहा था! इस शर्मनाक और खौफनाक खेल में अब तक तीन मरीजों की जान जा चुकी है।
शिकायतकर्ता संजय गुप्ता, एडवोकेट (चैम्बर नं. 508, जिला न्यायालय फरीदाबाद), ने थाना एसजीएम नगर में 11 अप्रैल 2025 को एक गंभीर शिकायत दी थी, जिसमें अस्पताल के CMD डॉ. एन. प्रताप कुमार, HR हेड दलीप नायर, फाइनेंस मैनेजर पीयूष श्रीवास्तव, हरियाणा सेंटर हेड अजय शर्मा, और सेंटर हेड मंदीप के साथ-साथ नकली डॉक्टर पंकज मोहन शर्मा के खिलाफ संगीन आरोप लगाए गए थे।
क्या था आरोप?
नकली डिग्रीधारी डॉक्टर पंकज मोहन शर्मा को हार्ट स्पेशलिस्ट बताकर भर्ती किया गया।
मरीजों का इलाज करने के दौरान तीन लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है।
सरकारी MOU की अवहेलना करते हुए इस फर्जी डॉक्टर से इलाज करवाया गया।
डॉक्टर ने फर्जी NMC रजिस्ट्रेशन नंबर (2456) इस्तेमाल किया, जो असल में एक दूसरे डॉक्टर का था।
इलाज के नाम पर सरकार और मरीजों से करोड़ों रुपये की लूट की गई।
आरोपी डॉक्टर की असली पहचान Kshitiz Mohan नाम से फिल्म कंपनी चलाने वाले व्यक्ति के रूप में सामने आई।
जांच में क्या निकला?
सीएमओ कार्यालय द्वारा डॉक्टर की डिग्री की जांच के बाद राष्ट्रीय मेडिकल बोर्ड (NBEMS) ने साफ कर दिया कि उक्त नाम से कोई रजिस्ट्रेशन उनके पास नहीं है, यानि डॉक्टर पंकज मोहन शर्मा की डिग्री फर्जी है।
पहले भी रहा विवादों में अस्पताल!
Mediterina हॉस्पिटल पहले भी PCPNDT एक्ट के उल्लंघन, इलाज में लापरवाही, सरकारी फंड के गबन और महिला कर्मचारियों के यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोपों में घिर चुका है।
सरकार और सिस्टम की चुप्पी?
इस पूरे मामले की जानकारी सिविल सर्जन, पीएमओ, पुलिस कमिश्नर, स्वास्थ्य मंत्री, यहाँ तक कि हरियाणा के मुख्यमंत्री और राज्यपाल तक पहुंच चुकी है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद अब तक कोई ठोस प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई थी।
अब सवाल ये उठता है कि—
क्या करोड़ों का गबन और तीन मौतें प्रशासन को जगा पाएंगी?
क्या सिर्फ पैसे के लालच में एक अस्पताल को "कत्लखाना" बना दिया गया?
कब होगी ऐसे फर्जी डॉक्टरों और उन्हें शह देने वाले सफेदपोशों पर सख्त कार्रवाई?
जवाब चाहिए! इंसाफ चाहिए! क्योंकि अब मरीजों की जान से खिलवाड़ और बर्दाश्त नहीं!