
पटरी पर हाथ पैर बंधे बेहोश युवक से कुछ इंच दूर रुकी ट्रेनः हाथ बंधे थे लोको पायलट की सूझबूझ से बची जान
राजस्थान के जोधपुर में बुधवार देर रात ट्रेन के लोको पायलट की सूझबूझ की वजह से एक युवक की जान बच गई। ओसियां में रेलवे ट्रैक पर एक युवक बेहोश पड़ा था। उसके दोनों हाथ बंधे थे। यह देखकर लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए। ट्रेन बेहोश पड़े युवक से कुछ इंच पहले जाकर रुकी।
ओसियां थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी ने बताया- जोधपुर जीआरपी थाने से जीरो नंबर एफआईआर मिली थी। उसी आधार पर केस दर्ज किया है। पीड़ित कानाराम पुत्र कुशालाराम, निवासी इस्लामिया मदरसा के पास नयापुरा ओसियां ने बताया कि वह फैक्ट्री में काम करता है। साल 2024 में एक आदिवासी रैली के दौरान उसकी दोस्ती खींवसर निवासी अजीत सिंह से हुई थी। अजीत सिंह ड्राइवर है और अक्सर ओसियां आता रहता है। 10 जून की रात करीब 9:30 से 10 बजे के बीच अजीत सिंह ने फोन कर उसे ओसियां रेलवे स्टेशन के पास बुलाया था। वहां अजीत सिंह अपने 6 दोस्तों के साथ शराब पी रहा था। वहां पहुंचने पर अजीत सिंह के दोस्तों ने उसके साथ मारपीट की और जबरन शराब पिलाई। मारपीट के दौरान वह बेहोश हो गया था। उसे बाद में पता चला कि रेलवे ट्रैक पर बेहोशी की हालत में, हाथ बंधे हुए थे। ट्रैक पर युवक को देखकर लोको पायलट ने स्पीड कम की रेलवे सूत्रों के अनुसार- जोधपुर से जैसलमेर जा रही ट्रेन -14087 रुणिचा एक्सप्रेस बुधवार रात 11 बजे जोधपुर से रवाना हुई थी। बुधवार रात 11:55 बजे ओसियां रेलवे स्टेशन पहुंची थी। स्टेशन पर 2 मिनट ठहराव के बाद ट्रेन रवाना होते ही कुछ दूरी पर लोको पायलट को ट्रैक पर एक युवक लेटा दिखाई दिया। इस पर लोको पायलट किशोर कुमार ने स्पीड कम कर तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। ट्रेन युवक के बिल्कुल नजदीक पहुंच गई थी। थोड़ी भी देर होती तो ट्रेन उसके ऊपर से गुजर जाती।
बेहोशी की हालत में दोनों हाथ बंधे थे लोको पायलट ने ट्रेन से उतरकर देखा तो युवक बेहोशी की हालत में था। उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे। इस पर स्थानीय पुलिस और रेलवे अधिकारियों को सूचना दी गई। युवक को 108 एंबुलेंस की मदद से उप जिला हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके आधा घंटे बाद ट्रेन को रवाना किया गया।