निजीकरण का भीषण दुष्परिणाम है ये प्लेन क्रैश
ये प्लेन क्रैश निजीकरण का भीषण दुष्परिणाम है, लेकिन देश भर के सरकारी बाबा और गोदी मीडिया इसे भगवान की मर्जी बताने की कोशिश करेंगे.दुर्घटनाग्रस्त विमान एयर कुछ साल पहले टाटा ग्रुप को बेचा जा चुका है.अहमदाबाद एयरपोर्ट के संचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी पिछले कुछ सालों से अडानी ग्रुप के पास है. दुर्घटना की ईमानदार से जाँच की उम्मीद करने वालों के लिए अमित शाह को तबाही का तमाशा दिखाता भारत का नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू । लाशें गिनने नरेंद्र मोदी कभी नहीं आता। वोट मांगने आता है।नंगो को फिर भी शर्म कहां? वे और खुलके नंगा नाचेंगे।क्योंकि गोदी मीडिया ने अंधभक्त और बेशर्मों की फौज जो तैयार खड़ी कर रखी है।