
समाज की एक नई पहचान जो मीणा सामुदायिक भवन — उत्थान परिसर, बाड़ी
एक स्वप्न, जो अब साकार हुआ है
मीणा सामुदायिक भवन — उत्थान परिसर, बाड़ी
एक स्वप्न, जो अब साकार हुआ है…
समाज का एक बहुप्रतीक्षित और गौरवपूर्ण सपना आज अपने सुंदरतम रूप में पूर्णता को प्राप्त हुआ है। जब समाज की पहली मीटिंग हमारे स्वयं के सामुदायिक भवन में आयोजित हुई, तो वह केवल एक आयोजन नहीं था — वह हमारी एकता, श्रम, सहयोग और आस्था का प्रतीक था।
इस ऐतिहासिक अवसर पर समाज की समस्त कार्यकारिणी, पंच-पटेल, वरिष्ठजन और युवा साथियों ने “उत्थान भवन टीम (SBGBT)” का हृदय से आभार प्रकट किया है। यह भवन केवल ईंट और पत्थर से नहीं, अपितु समाज के हर व्यक्ति के विश्वास, समर्पण और योगदान से बना है।
हम विशेष रूप से उन समर्पित हाथों का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने तन-मन-धन से इस महान कार्य में भाग लिया। आज यह भवन समाज के आत्मसम्मान, संस्कृति और भविष्य की पहचान बन चुका है।
बुजुर्गों और पंच-पटेलों के आशीर्वाद से यह यात्रा आरंभ हुई थी — और उन्हीं के आशीर्वाद से यह सफल हो रही है।
उनकी प्रेरणा ही हमारी दिशा है, और उनका आशीर्वाद ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी।
आज जब पूरा समाज इस भवन में एकत्र हुआ है, यह केवल एक बैठक नहीं — यह सामाजिक चेतना और नई शुरुआत की घोषणा है।
🙏 समाज के प्रत्येक सहयोगी को सादर धन्यवाद और कोटिशः वंदन। 🙏
“समाज की शक्ति, समाज की समृद्धि में है।”