logo

स्वामी रुद्रदेव महाराज का निधन, श्रद्धालुओं की आंखें हुईं नम,नगर में छाया शोक

खतौली से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री अखंडानंद आश्रम, जो कि काली माता मंदिर के निकट गंग नहर जी. टी. रोड पर स्थित है, वहां के प्रमुख संत स्वामी रुद्रदेव महाराज जी के देह त्यागने की सूचना मिलते ही नगर में शोक की लहर दौड़ गई। जैसे ही यह समाचार श्रद्धालुओं और भक्तजनों तक पहुंचा, सैकड़ों लोग भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आश्रम की ओर दौड़ पड़े। स्वामी रुद्रदेव महाराज जी पिछले लगभग पचास वर्षों से इस आश्रम में ही तप, साधना और सेवा में लीन थे और क्षेत्र की धार्मिक व सामाजिक चेतना के केंद्र बने हुए थे। महाराज श्री की पालकी यात्रा आज सुबह लगभग 7:15 बजे आश्रम से प्रारंभ हुई, जो क्रमशः इंदिरा मूर्ति, घंटाघर और जानसठ चौपला होते हुए भवानी मंदिर पर पहुंची। पूरे मार्ग में भक्तजनों की भारी भीड़ उपस्थित रही, जिन्होंने पुष्प वर्षा करते हुए महाराज श्री के चरणों में अपनी अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। यात्रा के दौरान वातावरण ‘हर हर महादेव’ और ‘रुद्रदेव महाराज अमर रहें’ के नारों से गूंज उठा। भक्तों की आंखों से अश्रुधारा रुकने का नाम नहीं ले रही थी। उनकी विदाई ने पूरे नगर को गमगीन कर दिया। भक्तजनों व आश्रम कमेटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार महाराज जी का संपूर्ण जीवन मानव सेवा, भक्ति और आध्यात्मिक उन्नयन को समर्पित रहा। उन्होंने अनेक वर्षों तक हजारों लोगों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें धर्म, योग और सेवा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने अपने प्रवचनों व जीवनचर्या से अनेक युवाओं और श्रद्धालुओं को संयम, सदाचार और धर्मपथ पर चलने की प्रेरणा दी। उनका आशीर्वाद और सानिध्य क्षेत्र के लोगों के लिए एक आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत था। महाराज श्री की अंतिम यात्रा में क्षेत्र के अनेक प्रतिष्ठित लोग, समाजसेवी और श्रद्धालु उपस्थित रहे। जिनमें प्रमुख रूप से ठाकुर लक्ष्मण, ठाकुर महावीर सिंह, सुनील प्रधान, अनिल पुंडीर, सुनील भसीन, नरेश नागपाल, अमृतलाल, राजीव ग्रोवर, गौरी शंकर, गौरी, राजू अहलावत, अमित ठाकुर, विनीत ठाकुर, जतिन कुमार (भैंसी), मनमोहन तनेजा, बिट्टू चढ़ा, कमल गर्ग, मोनू मंगवानी, कुलदीप तोमर, रवि ग्रोवर, जुगल किशोर, जोगिया, मनीष सहगल, राजेंद्र (जनरेटर वाले), कुशांग ग्रोवर, सौरभ शेट्टी, राजकुमार तनेजा, अमृतलाल, अध्यक्ष विनीत शर्मा, महामंत्री केशव अग्रवाल, कोषाध्यक्ष भगवान दास, मेहंदी दत्त, विनोद कुमार, प्रवीण ठकराल, राजू उपाध्याय आदि का नाम उल्लेखनीय रहा। इन सभी ने महाराज श्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हरिद्वार यात्रा के लिए अंतिम विदाई दी। उनकी स्मृति सदैव क्षेत्रवासियों के हृदय में बनी रहेगी। उनका आध्यात्मिक योगदान आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करता रहेगा।

0
57 views