
सुशील सारवान ने संभाला सोनीपत उपायुक्त का कार्यभार।
खरखौदा/सोनीपत/सोमपाल सैनी - 7988804545, 8950236002
*प्रशासनिक प्राथमिकताओं को लेकर अधिकारियों संग की समन्वय बैठक
वर्ष 2012 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सुशील सारवान ने सोमवार को सोनीपत के उपायुक्त पद का कार्यभार ग्रहण किया। सारवान इससे पूर्व हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) और हरियाणा वित्तीय निगम में प्रबंध निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
इसके अलावा वे पानीपत, कुरुक्षेत्र और पंचकूला सहित हरियाणा के कई जिलों में उपायुक्त के रूप में अपनी प्रशासनिक दक्षता का परिचय दे चुके हैं। सोनीपत पहुंचने पर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
स्वागत करने वालों में अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन, एसीयूटी योगेश दिल्हौर, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम खरखौदा निर्मल नागर, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, सीटीएम डॉ. अनमोल, एमडी शुगर मिल अमित कुमार और गोहाना शुगर मिल की एमडी अंकिता वर्मा, डीडीपीओ जितेन्द्र कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल रहे।
कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद सुशील सारवान ने अपने कार्यालय में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक प्रारंभिक समन्वय बैठक की। इस दौरान उन्होंने जिले की प्रमुख आवश्यकताओं और प्रशासनिक प्राथमिकताओं पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनसेवा, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को प्रशासन का आधार बनाते हुए सभी कार्य योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रत्येक अधिकारी अपने स्तर पर नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से सुने और उनका शीघ्र समाधान करें, ताकि जनता का प्रशासन पर विश्वास और मजबूत हो। सारवान ने कहा कि उनका उद्देश्य जिलेवासियों को समयबद्ध, पारदर्शी और प्रभावी सेवाएं उपलब्ध कराना है।
उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना और प्रशासन को जनहित के लिए अधिक संवेदनशील बनाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा। उन्होंने अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और महिला सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से सक्रिय रहते हुए कार्य करने को कहा।
बैठक में उन्होंने सभी अधिकारियों से समर्पित भावना से कार्य करने का आग्रह करते हुए कहा कि जिले की प्रगति और जनकल्याण में हम सबकी सामूहिक भागीदारी आवश्यक है। प्रशासन जनता के विश्वास का प्रतीक है और इस विश्वास को बनाए रखने के लिए हमें निरंतर सजग और संवेदनशील रहना होगा।