
नौचंदी मेला पटेल मंडप हुआ क्रान्तिधरा की हुंकार कवि सम्मेलन
मेरठ - राष्ट्र को समर्पित क्रान्तिधरा की हुंकार राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका संयोजन व संचालन अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवयित्री तुषा शर्मा ने किया। राष्ट्रकवि डॉ हरिओम पंवार का मंच पर सभी कवियों और मेला समिति सदस्यों द्वारा सम्मान किया गया
देश भर के विभिन्न भागो से आये श्रेष्ठ कविगण ने अपना श्रेष्ठतम काव्यपाठ किया । कार्यक्रम का उद्घाटन शिव प्रेमानंद महाराज, राधाकृष्ण मनोड़ी, पूर्व राज्यमंत्री सुनील भराला, डॉ हरिओम पंवार, पूर्व कमिश्नर आर.के भटनागर, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष भाजपा बिजेन्द्र अग्रवाल, हर्ष गोयल, आलोक सिसोदिया ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर व शहर प्रत्याशी कमलदत्त शर्मा उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम को सफल बनाने मे सुमित मिश्रा, विवेक शर्मा, सचिन गुप्ता, सौरभ कोशिक, पंडित ब्रजपाल शर्मा मनमोहन भल्ला , सुमनेश सुमन का योगदान रहा। सर्वेश अस्थाना लखनऊ ने कहा
"नरिश्तों में तकरार बहुत है
लेकिन इनमें प्यार बहुत है
सारी दुनिया खुश रखने को
बस अपना परिवार बहुत है "
सौरभ कांत शर्मा ने हुंकार भरी
"समय तराजू तोल रहा,इतिहास के पन्ने खोल रहा है।
सत्य सनातन की आंखों में काशी मथुरा डोल रहा है।
अखंड नियंता सर्वेश्वर कल्कि का स्वागत करने को ,
पांच सदी से मौन यह संभल हरिहर हरिहर बोल रहा है "
रामबाबू सिकवार बोले
"पाला था पाक ने जो भ्रम सब दूर हो गया
जेहादियों का सपना चूर चूर हो गया
आतंकी अड्डे बेटिओं ने ध्वस्त कर दिए
आपरेशन अपना सफल सिन्दूर हो गया
डॉ प्रवीण शुक्ल ने पढ़ा
"जाने कितने अनुभवों का है यही बस सार अंतिम
तोड़ना मत मन के रिश्तों का कभी भी तार अंतिम
ज़िन्दगी की उलझनों से जूझ के जाना ये मैंने
न कोई भी जीत अंतिम न कोई भी हार अंतिम"
कवयित्री तुषा शर्मा ने कहा
"वक्त के साथ जो मुश्किल कोई टल जाएगी,
इस का मतलब नही तकदीर बदल जायैगी,
सोच कर आप अगर देंगे मुहब्बत का जवाब,
इतने अरसे में तो दुनिया ही बदल जाएगी "
इस दौरान मेला संचालन समिति सदस्यगण संजय जैन, सरबजीत कपूर, नरेन्द्र राष्ट्रवादी, अंकुर गोयल, राकेश गौड़, नासिर सैफी, पूर्व कमिश्नर आर.के. भटनागर, भाजपा नेता आलोक सिसोदिया, हर्ष गोयल, अरुण वशिष्ठ उपस्थित रहे।